भारतीय सेना में ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट का मामला सामने आया है। सीबीआई ने इस मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल व एक दलाल को गिरफ्तार किया है। यह इस तरह का पहला मामला है जब सीबीआई ने ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट में किसी सैन्य अधिकारी को गिरफ्तार किया है। सैन्य अधिकारी के घर से सीबीआई ने दो लाख रुपये बरामद किए हैं।
पटियाला हाउस स्थित विशेष सीबीआई जज नरेश कुमार मल्होत्रा ने लेफ्टिनेंट कर्नल रंगनाथन सुब्रमणी मोनी व दलाल गौरव कोहली से पूछताछ के लिए सीबीआई को तीन दिन का रिमांड दिया है।
सीबीआई के अधिवक्ता अमित कुमार ने रिमांड मांगते हुए कहा कि यह मामला सेना में अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में भ्रष्टाचार से जुड़ा है। इसमें आरोपियों से पूछताछ जरूरी है। अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस पूरी साजिश का खुलासा करने व अन्य लोगों की संलिप्तता जानने के लिये इन आरोपियों से कई बरामदगी की जानी है और कई गवाहों के बयान दर्ज किए जाने हैं।
सेना में ट्रांसफर-पोस्टिंग का रैकेट चल रहा है
सीबीआई ने इस मामले में रंगनाथन सुब्रमणी, सैन्य अधिकारी पुरुषोत्तम, गौरव कोहली, एस. सुभाष व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक साजिश व भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धाराओं में एक जून को एफआईआर दर्ज की है।
एजेंसी का आरोप है कि सेना में ट्रांसफर-पोस्टिंग का रैकेट चल रहा है। सैन्य कर्मी घूस देकर मनचाही जगहों पर तबादला करवाते हैं। इसी कड़ी में बीएसओ एस. सुभाष ने मनचाही जगह तबादले के लिए गौरव कोहली को पांच लाख रुपये दिए थे।
इन दोनों को पुरुषोत्तम ने मिलवाया था। सीबीआई के मुताबिक गौरव कोहली ने एक जून को दो लाख रुपये सुब्रमणी को उनके नगला देवत स्थित सरकारी आवास पर दिए। वह घूस देकर जब बाहर निकला तो उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने सुब्रमणी के घर से घूस के दो लाख रुपये भी बरामद करवा दिए। इसके बाद दोनों को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
@एजेंसी