हरियाणा सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर अनिल विज ने कहा है कि एक हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता। हिंदू धर्म में आतंकवाद जैसा कुछ नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई से अनिल विज ने कहा, ‘पाकिस्तान के आदमियों को रिहा कर दिया गया और भारत के लोगों को पकड़कर हिंदू आतंकवाद का नाम दिया गया। ये सब कांग्रेस सरकार का खेल हैं। और सरकार के इशारे पर उन पाकिस्तानियों को छोड़ा गया होगा।’
वीडियो में अनिल विज आगे कहते हैं कि अब वो लोग तो पाकिस्तान में ऐश कर रहे हैं। वहां की सरकार तो हमारे समन का जवाब भी नहीं देती है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका मकसद सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए हिंदू आतंकवाद को फैलाना था। उन्होंने झूठ फैलाया कि हिंदुस्तान में हिंदू आतंकवाद है। जबकि भारत में हिंदू आतंकवाद हो ही नहीं सकता। हिंदू आतंकवाद जैसा कुछ भी नहीं होता।
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए हरियाणा सरकार में स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं, ‘अगर हिंदू आतंकवाद होता तो पूरे संसार में आज आतंकवाद नहीं होता। ये सब खत्म हो गया होता। हिंदू अगर आज आंतकवादी होता। लेकिन राजनीतिक कारणों से कांग्रेस सरकार में जितने आतंकवादी हमले हुए, उनमें मुस्लिमों के शामिल होने की वजह से उनके मुकाबले में हिंदू आतंकवाद को खड़ा करना चाहती है इसलिए ये सारा खेल खेला गया।’
बता दें कि अनिल विज साल 2007 में हुए समझौता ब्लास्ट के बारे में बात कर रहे थे। समझौता एक्सप्रेस में हुए धमाके में 68 लोगों की मौत हुई थी। इस दौरान उन्होंने धमाके में हिंदुओं के शामिल होने की बात को नकारा और कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में समझौता ब्लास्ट को लेकर सही तरीके से जांच नहीं हुई थी। उन्होंने केंद्र में तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘समझौता ब्लास्ट में हिंदुओं के शामिल ना होने और उन्हें बदनाम करने करने के लिए निष्पक्ष जांच नहीं की गई थी।’
जानकारी के लिए आपको बता दें कि जांच एजेंसी एनआईए ने समझौता ब्लास्ट में असीमानंद समेत अन्य हिंदुओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। हालांकि असीमानंद इस साल अजमेर दरगाह ब्लास्ट के आरोप में जेल से छूटे हैं। हरिणाया सरकार में मंत्री अनिल विज किसी ना किसी कारण से लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं। बीते दिनों उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से अच्छा ब्रांड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बता दिया था। हालांकि इसके लिए अनिल विज को माफी मांगनी पड़ी थी।