नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल राष्ट्रीय राजधानी में अपने कक्ष में एक मोबाइल एप ‘जीएसटी रेट्स फाइंडर’ लांच किया जो फिलहाल एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है और यह जल्द ही आईओएस प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हो जाएगा। इस मोबाइल एप से उपयोगकर्ताओं (यूजर्स) को विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की जीएसटी दरों को खोजने में मदद मिलेगी।
इसे किसी भी स्मार्ट फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है और डाउनलोड हो जाने के बाद यह ऑफलाइन मोड में भी कार्य कर सकता है।उपयोगकर्ता किसी भी वस्तु या सेवा का नाम अथवा अध्याय शीर्षक दर्ज करके किसी भी वस्तु अथवा सेवा की जीएसटी दर को निर्धारित कर सकते हैं।सर्च बॉक्स में जो भी नाम लिखा जाएगा उससे संबंधित सभी वस्तुओं और सेवाओं की सूची सर्च रिजल्ट के रूप में उभर कर सामने आ जाएगी।
उपयोगकर्ता विवरण की सूची को नीचे की ओर स्क्रॉल कर सकते हैं और जैसे ही वे सूची में शामिल किसी भी विशिष्ट आइटम पर क्लिक करेंगे तो डिस्प्ले विंडो सामने आ जाएगी जिसमें जीएसटी दर, वस्तुओं या सेवाओं का वर्णन और नामकरण की सुसंगत प्रणाली (एचएसएन) का अध्याय शीर्षक जैसे विवरण नजर आएंगे। उदाहरण के लिए, कोई भी व्यक्ति किसी होटल या रेस्तरां से बिल मिलने या खरीदे गए जूते का बिल मिलने पर वसूली गई जीएसटी दर की सत्यता की क्रॉस चेकिंग कर सकता है।
सीबीईसी ने भी एक जीएसटी रेट फाइंडर अपने पोर्टल cbec-gst.gov.in पर उपलब्ध कराया है, ताकि करदाताओं को वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लागू जीएसटी दर के बारे में पता लग सके। कोई भी करदाता अपनी आपूर्ति पर लागू सीजीएसटी, एसजीएसटी, यूटीजीएसटी दर और मुआवजा उपकर को खोज सकता है। यह खोज वस्तुओं या सेवाओं के विवरण या एचएसएन अध्याय या अनुभाग अथवा शीर्षक संख्या के आधार पर की जा सकती है।
इन कदमों का उद्देश्य जीएसटी दरों पर तैयार गणन पुस्किता सुलभ कराना है। इससे वस्तुओं और सेवाओं की सही जीएसटी दर पता लगाने के मामले में न केवल करदाता, बल्कि देश का हर नागरिक भी सशक्त होगा।