राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मानना है कि मुसलमानों के पवित्र कुरान में जिस जन्नत के पौधे ता जिक्र किया गया है वो कुछ और नहीं बल्कि तुलसी का पौधा है। आरएसएस मुस्लिमों को इस पौधे के बारे में बताएगा और एक अभियान चलाकर हर मुस्लिम को अपने घर में तुलसी का पौधा लगाने को कहेगा। हिंदी दैनिक नवभारत टाइम्स से बातचीत में संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार ने बताया कि ‘हर मुस्लिम के घर पर स्वर्ग यानी जन्नत का पौधा होना चाहिए। कुरान में रेहान का ज्रिक है, लेकिन मौलाना इस बात को छुपाते रहे हैं और नफरत फैलाने का काम करते रहे हैं।’ इंद्रेश कुमार का मानना है कि रेहान अरबी भाषा का शब्द है, जिसे अंग्रेजी में बैजल और हिंदी में तुलसी कहते हैं।
इंद्रेश कुमार का मानना है कि नफरत को बढ़ावा देने वाले मुस्लिम समाज के कुछ लोग तुलसी को हिंदुओं से जोड़ते हुए ये कहते हैं कि मुसलमनों को इससे दूर रहना चाहिए। इंद्रेश कुमार का कहना है कि संघ से जुड़ी एक संस्था सितंबर और अक्टूबर के महीने में इसके लिए अभियान छेड़ेगी। इस अभियान में संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाकर मुस्लिमों से कहेंगे कि घर के भीतर और घर के बाहर जन्नत का पौधा तुलसी होना चाहिए।
इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘घर के अंदर तुलसी का पौधा दवाई के तौर पर काम आता है, साथ ही हवा को शुद्ध करता है। घर के बाहर तुलसी प्रदूषण दूर करेगी, इसलिए घर जन्नत जैसा बनेगा।’