भारतीय जनता पार्टी ने रूल 75 के बाद देश भर में रूल 40 लागू कर दिया है। इस रूल का मतलब ये है कि अब 40 साल से ज्यादा उम्र के लोग बीजेपी की युवा मोर्चा में पार्टी पदाधिकारी नहीं बन पाएंगे। बीजेपी में रूल 75 पहले से ही लागू है। पीएम नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने इस अघोषित और अलिखित कानून को सख्ती से अपने कैडर पर लागू किया है।
भाजपा ने देश भर की अपनी सभी ईकाइयों को जिसके केन्द्र और राज्य शामिल है, सूचित कर दिया है कि अब 40 साल की उम्र से ज्यादा का व्यक्ति युवा मोर्चा का पदाधिकारी नहीं बन पाएगा। बीजेपी ने पत्र लिखकर इसकी सूचना सारे यूथ विंग पदाधिकारियों को दे दी है। इस नये कानून को पार्टी संगठन मामलों के महासचिव राम लाल ने पूरे देश में बीजेपी युवा मोर्चा के दफ्तरों को भेजा है। युवा मोर्चा के उम्र को लेकर बीजेपी को परेशानी तब आई जब बिहार में पार्टी की युवा ईकाई का गठन किया गया। एक बीजेपी नेता कहते हैं कि इस मोर्चे के सदस्यों में सभी योग्यताएं थी सिर्फ एक योग्यता छोड़कर, वो थी उनकी उम्र।
इस मामले में पार्टी को असहज स्थिति का सामना करने के बाद पटना के एमएलए नितिन नवीन को चीजों में बदलाव लाने को कहा गया। पार्टी पदाधिकारियों की नजरों से बचने के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय बीजेपी के कार्यकर्ता फेसबुक पर अपने जन्मतिथि में बदलाव करने लगे। लेकिन बीजेपी नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं की चालाकी को भांप गया। बीजेपी ने अपने कार्यकर्ताओं को कहा है कि ना सिर्फ उनकी उम्र 40 साल की होनी चाहिए बल्कि उनके कामों में भी युवा जोश दिखना चाहिए। बीजेपी का कहना है कि जो कार्यकर्ता 40 साल के उम्र को पार कर चुके हैं, उन्हें वरिष्ठों के बीच अपनी क्षमता और नेतृत्व कुशलता दिखानी होगी।
बता दें कि सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने एक नियम बनाया है जिसके तहत 75 की उम्र के ज्यादा के नेताओं को गवर्नर और नॉन एक्गीक्यूटिव पद दिये गये हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के ऐसे नेताओं के लिए मार्गदर्शक मंडल गठित कर दिया है। 75 की उम्र पार कर चुके पार्टी के कद्दावर नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी इसके सदस्य हैं। साथ ही पार्टी ने 75 पार नेताओं को बीजेपी की दो सबसे शक्तिशाली निर्णय लेने वाली संस्था संसदीय बोर्ड और केन्द्रीय चुनाव समिति से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है।