गुजरात और असम समेत भारत के कई राज्य भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। अधिकारियों के अनुसार गुजरात के एक गांव में एक ही परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई है। इसी के साथ राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण मृतकों की संख्या 110 से ज्यादा हो गई है। घटना स्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी एबी परमार ने न्यूज एजेंसी एएफपी से कहा कि एक ही परिवार के 17 लोग पानी में डूब गए थे। मृतकों को मिट्टी में दफन पाया गया था। गुजरात सरकार के सीनियर अधिकारी पंकज कुमार ने बनासकांठा जिले से मृतकों के शव मिलने की पुष्टि की।
वहीं गुजरात आपतकालीन विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार (26 जुलाई, 2017) को बताया कि बचाव अभियान के दौरान 12 अन्य लोगों के शवों को भी बरामद किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार भयंकर बारिश और बाढ़ की समस्या से गुजर रहे गुजरात में अबतक 111 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 36 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (25 जुलाई, 2017) को गुजरात में भीषण बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद बचाव कार्य के लिए 500 करोड़ रुपए और बाढ़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को दो लाख रुपए, साथ ही घायलों को 50 हजार रुपए के मुआवजे की घोषणा की।
दूसरी तरफ गुजरात के साथ अरुणाचल प्रदेश और असम में भी बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। उड़ीसा और बिहार की भी बाढ़ से प्रभावित होने की खबरे हैं। रिपोर्ट के अनुसार असम में अबतक बाढ़ के कहर से 75 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। राज्य में हजारों एकड़ फसल बर्बाद होने की भी खबरे हैं।
वहीं गुजरात पहुंचे पीएम मोदी ने अहमदाबाद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा, ‘सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान होता है। बीमा कंपनियों को किसानों के फसलों व संपत्तियों को हुए नुकसान के तत्काल आकलन तथा दावों के निपटान के लिए तत्काल कदम उठाने की सलाह दी जाएगी।’ बता दें कि हवाई सर्वेक्षण के दौरान मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी थे।
पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल तथा अधिकारियों के अलावा, रूपानी व पटेल के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मोदी ने हालात से शीघ्रता से निपटने तथा संकट से निपटने का ब्लूप्रिंट पहले ही तैयार करने के लिए गुजरात सरकार की सराहना की। सेना, भारतीय वायुसेना, पुलिस तथा फायर ब्रिगेड बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकालने के काम में लगे हैं। गुजरात के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि खाने के दो लाख से अधिक पैकेट बाढ़ पीड़ित इलाकों में भेजे गए हैं। राज्य के 203 में से 38 बांध हाई अलर्ट पर हैं।