अमेठी. प्रदेश में खासा नाम रखने वाली अमेठी ने वाक्यन आज फिर कमाल कर दिखाया। ज़िले को इस शिखर पर ले जाने में बड़ा काम किया अमेठी के उन सैकड़ों भाईयों ने जिन्होंने अनोखी अमेठी के अनोखी भाई प्रतियोगिता का हिस्सा बनकर आज रक्षाबंधन के मौके पर अपनी बहनों से कलाइयों में राखी बंधवाया और तोहफ़े में शौचालय दिया। अब आने वाले 15 अगस्त को प्रशासन इन्हें सम्मानित करेगा।
13 ब्लाकों से 894 भाईयों ने कराया था रजिस्ट्रेशन-
अमेठी की सीडीओ अपूर्वा दुबे ने समाज को जागरूक करने के लिए कुछ अलग करने की ठानी, डीएम योगेश कुमार के साथ उन्होंने मीटिंग किया और फिर “अनोखी अमेठी का अनोखा भाई” नाम से एक अनोखी प्रतियोगिता का आयोजन कर दिया। आयोजित प्रतियोगिता में जिले के 13 ब्लाकों में 894 भाईयों ने रजिस्ट्रेशन कराया। रजिस्ट्रेशन कराने वाले इन भाई में से सैकड़ों भाईयों ने आज रक्षाबंधन के मौके पर अपनी बहनों को अपने ख़र्च से तैयार कराए हुए टायलेट गिफ्ट किए हैं।
बहन बोली जिंदगी होगी सुरक्षित-
गौरतलब रहे कि इस प्रतियोगिता में उम्र की कैद नहीं थी, छोटा हो या बड़ा हर कोई भाई प्रतियोगिता में शामिल होकर बहनों को उपहार में टायलेट देकर प्रतियोगिता का हिस्सा बन सकता है। यही कारण है कि गौरीगंज के बेहटा निवासी जितेंद्र बहादुर सिंह का पुत्र सिद्धार्थ सिंह (11) ने बड़ी बहन नीतू सिंह को टायलेट गिफ्ट में दिया, भाई से गिफ्ट पाकर बीए की स्टूडेंट नीतू ने कहा किए ‘इससे जिंदगी सुरक्षित होगी’। आपको बता दें कि टायलेट पर आने वाले खर्च को पिता ने वहन कर रहे हैं। इसी तरह से विशेषरगंज पूरे ब्रम्ह्माचारी गांव निवासी आदित्य कुमार मिश्रा ने अपनी बहन श्रेया मिश्रा को टायलेट गिफ्ट किया है।
इसी तरह जिले भर में 894 भाईयों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। आधिकारिक तौर पर 170 टायलेट तैयार होने की पुष्टि है। इन सभी ने आज बहनों को टायलेट गिफ्ट कर दिया है। वहीं बचे हुए भाईयों को 11 अगस्त तक का टाइम मिला हुआ है।
स्वच्छ भारत मैनेजमेंट कमेटी ने लगवाई ज़िले में ऐसी होर्डिंग्स
आपको बता दें कि ज़िले में रक्षाबंधन के मौके पर आयोजित इस तरह की प्रदेश के अंदर पहली प्रतियोगिता होगी। इस प्रतियोगिता को कामयाब बनाने के लिए जिले भर में जगह-जगह बैनर, पोस्टर और होर्डिंगस लगाए गए है। स्वच्छ भारत मैनेजमेंट कमेटी द्वारा ज़िले में लगाई गई इन होर्डिंग्स पर कहीं लिखा गया कि ‘बहनों की गुहार, भाईयों से मांगा शौचालय इस बार’ तो कहीं लिखा गया कि ‘बहनों की लाज बचाना है, घर में शौचालय बनाना है।
15 अगस्त को दिया जाएगा पुरस्कार
इस प्रतियोगिता से सम्बंधित जानकारी देते हुए अमेठी की सीडीओ अपूर्वा दुबे ने बताया कि शौचालय के काम को पूरा कराने के लिए 11अगस्त तक की तारीख़ नियत की गई है। इसके बाद से 14 अगस्त तैयार हुए शौचालय की जांच टीम जाएजा लेगी और फिर आगामी 15 अगस्त को उपहार बांटे जाएँगे। सीडीओ ने बताया कि प्रथम पुरस्कार के रूप में 50 हज़ार नगद धनराशि, दूसरे पुरस्कार में 15 हज़ार नगद धनराशि के साथ एक 6 हज़ार का मोबाइल सेट और तीसरे स्थान के रूप में 12 हज़ार नगद धनराशि के साथ शर्ट, टीशर्ट या चश्मा दिया जाएगा।
रिपोर्ट@राम मिश्रा