नई दिल्ली : यूपी के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी से हुई 70 बच्चों की मौत के मामले में प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले के प्राचीर से चुप्पी तोड़ी है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा कि ये बड़ा ही संवेदनशील मामला है। हमे संवेदनशील होकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने की जरूरत है।
इसके साथ ही उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं में जान गंवाने वाले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘प्राकृतिक आपदाएं एक बड़ी चुनौती बन गयी हैं। अच्छी वर्षा से देश की संपत्ति बढ़ती है। किन्तु मौसम में बदलाव के कारण समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हाल के समय में देश के कई हिस्सों में प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा। एक अस्पताल में बच्चों की मौत हो गई और पूरा देश उनके साथ है।’
इस घटना के बाद पीएमओ ने भी ट्वीट किया था कि प्रधानमंत्री मोदी इस घटना पर नजर बनाये हुए हैं। पीएम मोदी ने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। वहीं, दूसरी ओर अमित शाह ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर हादसा एक प्रकार की गलती है जिसकी जांच चल रही है। जब तक इसकी जांच पूरी नहीं हो जाती हम किसी को दोषी ठहरा नहीं सकते।
उन्होंने कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने बड़े देश में बहुत सारे हादसे हुए और ये कोई पहली बार नहीं हुआ, कांग्रेस के कार्यकाल में भी हुए। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा सिर्फ गरीबों को मदद करने की है। आपको बता दें, गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों में कथित ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत हुई है।
हालांकि, सरकार ये बात मानने को तैयार ही नहीं है। इस हादसे के बाद कार्रवाई करते हुए सरकार ने बीआरडी अस्पताल के वाईस प्रिंसिपल डॉक्टर कलिफ खान और प्रिंसिपल राजिव मिश्रा को हटा दिया है। साथ ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी इस मामले की जांच करेगी।