जो डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह कभी ऐशो-आराम की जिंदगी जीता था, आज उसे जेल में आठ घंटे मजदूरी करनी पड़ रही है। इसके बदले में उसे 20 रुपए रोजाना मिल रहे हैं। डेरा प्रमुख राम रहीम दो साध्वियों के साथ रेप करने के मामले में रोहतक की सुनेरिया जेल में 20 साल की सजा काट रहा है।
सूत्रों के मुताबिक सुनेरिया जेल में बाबा राम रहीम को कोई वीआईपी ट्रिटमेंट नहीं दिया जा रहा है, वह अन्य कैदियों की तरह ही रह रहा है। एक खाली कमरे में उसे केवल एक पलंग दिया गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि जेल की किसी भी महिला कर्मचारी को गुरमीत राम रहीम सिंह की सेल तक जाने की अनुमति नहीं है।
गुरमीत राम रहीम सिंह को जेल परिसर में सब्जियां उगाने का काम दिया गया है। राम रहीम द्वारा उगाई गईं सब्जियों को बाहर बेचा नहीं जाएगा, बल्कि उन्हें जेल के मेस में पकाया जाएगा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की गाना गाने, अभिनय करने और अन्य प्रतिभा उन्हें स्किल्ड वर्कर बनाने में काम नहीं आई। उसे जेल प्रशासन ने अनस्किल्ड वर्कर की कैटेगरी में डाला है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में साथ ही डीजीपी(जेल) केपी सिंह के हवाले से लिखा गया है कि जेल में कैदियों से मिलने के लिए केवल खून के रिश्ते वालों को ही अनुमति दी जाती है। गुरमीत राम रहीम ने मिलने के लिए हनीप्रीत का नाम और नंबर दिया था।
बाबा जिन लोगों से मिलना चाह रहा था, उन 10 लोगों की लिस्ट में केवल उनकी मां नसीब कौर की डिटेल ही वैरिफाई हो पाई। बाबा की मां नसीब कौर उससे मिलने आई थी। जेल में जब बाबा की मां उससे मिलने आई थीं तो वो अपने साथ दो धार्मिक किताबें, एक चप्पलों का जोड़ा और कुछ कपड़े लेकर आई थीं।