छत्तीसगढ़ की युवती से रेप का आरोपी कौशलेंद्र फलाहारी बाबा नपुंसक नहीं है। मेडिकल टेस्ट में ये बात साबित होने के बाद पुलिस ने उस पर रेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने फलाहारी बाबा को गिरफ्तार किया था। रेप के आरोप पर बाबा ने कहा था कि वो तो नपुंसक है, ऐसे में रेप कैसे कर सकता है। जिसके बाद पुलिस ने मेडिकल टेस्ट कराया को उसके खुद को नपुंसक कहने की बात गलत साबित हुई।
शनिवार सुबह किया था गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ की युवती से दुष्कर्म के आरोपी अलवर के फलाहारी बाबा को राजस्थान पुलिस ने शनिवार सुबह गिफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अलवर पुलिस ने बाबा को कोर्ट में पेश किया। जहां पर कोर्ट ने पूछताछ के लिए फलाहारी बाबा को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इसके बाद पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए बाबा को सरकारी अस्पताल लेकर गई है। वहां पर डाक्टरों की पांच सदस्यी टीम ने फलाहारी बाबा का मेडिकल टेस्ट किया। बाबा के खुद को नपुंसक बताने की बात भी रविवार को आई रिपोर्ट में गलत साबित हुई।
रेप के आरोप के बाद हुआ था अस्पताल में भर्ती
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली युवती के रेप का आरोप लगाने के बाद फलाहारी बाबा ने खुद को बीमार बता एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गया। कई दिन से वो अस्पताल में था। शुक्रवार को अस्पताल ने बाबा की सेहत को ठीक बताया था। इसके बाद शनिवार सुबह पुलिस ने अस्पताल से ही बाबा को गिरफ्तार कर लिया।
कौन है फलाहारी बाबा
रेप का आरोपी फलाहारी बाबा उर्फ संत कौशलेंद्र महाराज को रामानुज संप्रदाय का साधु माना जाता हैं। अलवर में बाबा का वेंकटेश दिव्य बालाजी धाम आश्रम है, जहां हर दिन भक्तों की भीड़ रहती है। बाबा के रिश्ते कई राजनीतिक दलों से भी बताए जाते हैं और उन्हें भाजपा का करीबी माना जाता है। हाल ही बाबा की मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। यहीं नहीं राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे भी इनके आश्रम आ चुकी हैं।