अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में शुक्रवार को एक आत्मघाती हमलावार ने खुद को एक शिया मस्जिद के बाहर उड़ा लिया, इस विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई और कई दर्जन घायल हो गए। जब लोग जुमे की नमाज पढ़ने के बाहर निकल रहे थे तभी यह विस्फोट हुआ। यह विस्फोट कला-फतहुल्लाह इलाके में स्थानीय समयनुसार दोपहर 2 बजे हुए। चश्मीदीदों का कहना है कि यह विस्फोट एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ाकर किया है। पुलिस का कहना है कि इस विस्फोट में 22 लोगों की मौत हो गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हमलावर ने मस्जिद के अंदर घुसने की कोशिश की थी, लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मी ने उसे देख लिया और उस पर गोलीबारी शुरू कर दी। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इस्लामिक स्टेट और अफगान तालिबान पहले काबुल और अफगानिस्तान के अन्य हिस्सों में हुए हमलों की जिम्मेदारी लेते रहे हैं। दोनों ग्रुप अफगानिस्तान की शिया कम्यूनिटी को निशाना बनाते रहे हैं।
वहीं एक अन्य खबर के मुताबिक अफगानिस्तान के पश्चिमी फराह प्रांत में पुलिस की सुरक्षा चौकी पर हमले में पांच पुलिसर्किमयों की मौत हो गई। पुलिस के प्रांतीय प्रमुख के प्रवक्ता इकाल बहेर ने बताया कि बाला ब्लूक जिले में शुक्रवार को तड़के आतंकवादियों के हमले में दो अन्य लोग जख्मी हो गए। बहेर ने बताया कि कुछ घंटे की मुठभेड़ के बाद अफगान राष्ट्रीय सेना की अतिरिक्त टीम वहां पहुंची और जिले से तालिबान लड़ाकों को पीछे धकेल दिया । उन्होंने कहा कि अफगान वायु सेना ने भागते हुए तालिबान के तीन वाहनों को निशाना बनाया जिसमें कम से कम 20 तालिबानी लड़ाके मारे गए। तालिबान की तरफ से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है।
बता दें, कुछ दिन पहले अफगानिस्तान के हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर रॉकेट हमला हुआ था। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार भारत दौरा पूरा कर अफगानिस्तान गए अमेरिकी रक्षा सचिव जेम्स मैटिस के काबुल पहुंचने के बाद ये हमला हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार यहां एक के बाद एक 20-30 रॉकेट दागे गए हैं। हमले कि बाद एयरपोर्ट से सभी उड़ानों को रोक दिया गया है जबकि एयरपोर्ट खाली लिया गया है। सूत्रों का मानना है कि हमले में नाटो बेस को निशाना बनाया गया लगता है।