मुंबई में हुई भगदड़ ने मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के खिलाफ गुस्सा और भड़का दिया है। मुंबई के एक स्कूल में 12वीं की छात्रा श्रेया चव्हाण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को याचिका लगाकर ‘हमें बुलेट ट्रेन्स नहीं, बेहतर रेलवे चाहिए’ कहा है। शुक्रवार शाम को शुरू की गई पिटीशन पर साढ़े चार हजार लोग साइन कर चुके हैं। 20 सितंबर को एक जूनियर छात्र की लोकल ट्रेन से गिरकर मौत से श्रेया नाराज हैं।
उन्होंने कहा, ”हमने तब (छात्र की मौत के बाद) मामला उठाने का फैसला किया। अगर छात्र ट्रेनों के जरिए कॉलेज नहीं जा पाएंगे तो बुलेट ट्रेन का क्या मतलब है?” Change.org पर डाली गई पिटीशन में रेल मंत्री पीयूष गोयल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस को भी संबोधित किया गया है।
याचिका में कहा गया है, ”आंकड़ों के हिसाब से कहें तो, मुंबई के ट्रैक्स पर हर दिन नौ लोग जान गंवाते हैं। इन हालात में पैसा मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन पर खर्च करने की बजाय मुंबई लोकल ट्रेनों की हालत सुधारने पर खर्च होना चाहिए।”
श्रेया और उनकी दोस्त तन्वी म्हापानकर ने अपने दोस्त की मौत होने के बाद यह मुद्दा उठाने की सोची। आपको बता दें कि मीठीबाई कॉलेज की 17 वर्षीया छात्रा मैत्री शाह की, बोरीवली से दहिसार के बीच लोकल ट्रेन से गिरने के चलते मौत हो गई थी। शुक्रवार (29 सितंबर) को मुंबई के एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर हुए हादसे के बाद लड़कियों ने इसे लेकर ऑनलाइन मुहिम चलाने की सोची।
मुंबई के पश्चिम रेलवे में एलफिंस्टन रोड स्टेशन पर शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे मची भगदड़ में आठ महिलाओं सहित 22 यात्रियों की मौत हो गई और 38 अन्य घायल हो गए। केईएम अस्पताल में शनिवार को एक घायल की मौत के बाद शुक्रवार की भगदड़ में मृतकों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है।
इस भगदड़ के बाद, आम जनता और राजनीतिज्ञों की ओर से मुंबई में रोज यात्रा करने वाले 80 लाख से अधिक रेल यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के बदले महंगी बुलेट ट्रेन परियोजना को प्राथमिकताएं दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही हैं।