शराब कारोबारी विजय माल्या को मंगलवार को एकबार फिर गिरफ्तार किया गया, हालांकि घंटेभर के अंदर ही वह एक बार फिर जमानत लेने में सफल रहे। बता दें कि माल्या पर आरोप है कि वह भारतीय बैंकों से लिए गए 9,000 करोड़ रुपये का लोन चुकाए बिना देश छोड़कर चले गए। वहीं यह पहली बार नहीं हुआ है जब उन्हें गिरफ्तार होने के घंटेभर बाद ही जमानत मिल गई।
जानिए इस मामले में से जुड़ी पांच बातें।
1. 2 मार्च 2016 में 9400 करोड़ के देनदार विजय माल्या ने देश छोड़ दिया था। वह मार्च 2016 से ब्रिटेन में रह रहा है।
2. विदेश मंत्रालय ने 24 अप्रैल 2016 को माल्या का पासपोर्ट रद्द कर दिया था। विदेश मंत्रालय ने ऐसा प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह पर किया है। विदेश मंत्रालय ने ऐसा प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह पर किया है।
3. 29 अप्रैल 2016 भारत ने ब्रिटेन से माल्या को लौटाने के लिए कहा था। इस आग्रह के बाद माल्या ने कहा था कि अगर उनकी कुछ शर्तें मान ली जाएं तो वह भारत आने के लिए तैयार हैं।
4. 9 मई 2016 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंटरपोल से नोटिस की मांग की थी। ईडी ने बताया था कि इंटरपोल ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं जो कि माल्या के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अतिरिक्त ब्यौरा उपलब्ध कराने को लेकर थे।
5. 18 अप्रैल 2017 को ब्रिटेन में ही माल्या को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि कुछ घंटों बाद ही उन्हें रिहा कर दिया गया था।
बता दें कि माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस को सुधारने के लिए 17 बैंकों के कंशोर्सियम से 6027 करोड़ का लोन लिया था। इसमें से सबसे ज्यादा लोन एसबीआई से लिया गया था, जो 1600 करोड़ रुपये के करीब था।