खंडवा : पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी अमृता राय सिंह ने नर्मदा परिक्रमा यात्रा के साथ खंडवा जिले के दगड़ खेड़ी ग्राम पहुंची । जहा पूर्व संसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय कालीचरण सकरगाए के पुत्र सुनील सकरगाए ने दिग्विजय सिंह और अमृता सिंह के साथ ही सभी परिक्रमावासियों का स्वगत किया। यात्रा में साधु संतो के साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी परिक्रमा करने दिग्विजय सिंह साथ नजर आए। दिग्गी की यह नर्मदा परिक्रमा यात्रा बहुत ही सादगीपूर्ण तरीके से निकली जा रही है। यात्रा में किसी प्रकार की कोई नारेबाजी या राजनीतिक चर्चा पर पाबंदी हैं। यहाँ तक की राजनीति को लेकर मीडिया के सवालों के जवाब में दिग्विजय ने यह कहते हुए किनारा कर लिया कि यह कोई राजनितिक यात्रा नहीं है।उन्होंने यात्रा पूरी होने के बाद बड़ा खुलासा करने की बात भी कही ।
नर्मदा यात्रा के बाद करूँगा बड़ा खुलासा
तेज़ न्यूज़ नेटवर्क से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि हजारों लाखों लोग नर्मदा यात्रा करते हैं लेकिन पैदल यात्रा का अपना ही महत्त्व हैं। उन्होंने शिवराज सिंह का बगेर नाम लिए बिना तंज करते हुए कहा कि नर्मदा परिक्रमा हवाई जहाज , बस या हेलीकाप्टर से नहीं होती । उन्होंने इस यात्रा के उद्देश्य को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब के कहा कि यह यात्रा उनका संकल्प था इस लिए वह पैदल परिक्रमा करने निकले है। उन्होंने इस यात्रा को राजनीतिक यात्रा बताने वाली सूचनाओं का खंडन करते हुए कहा की यह उनकी निजी यात्रा है इसका राजनीति से कोई सरोकार नहीं।लेकिन उन्होंने यह भी कहा की नर्मदा यात्रा के बाद वह बड़ा खुलासा करेंगे ?
नर्मदा में मशीनों से खनन पर जताई चिंता
नर्मदा नदी में मशीनों से हो रहे खनन को उन्होंने अनुचित बताते हुए चिंता जाहिर की। नर्मदा में खनन को लेकर उन्होंने कहा की मशीनों से जो खनन किया जा रहा है उस से नर्मदा का अविरल स्वरुप प्रभावित हो रहा है। जिससे नर्मदा जी का अस्तित्व संकट में है।
बिना उत्सव के जल महोत्सव
जल महोत्सव से जुड़े सवाल पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार पानी कम गिरा है, बांध खाली है, सिंचाई पूरी नहीं हो पाई जल महोत्सव कैसे बनाया मनाया जा सकता हैं महोत्स्वाव मानाने के लिए उत्स्व का होना भी जरुरी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दगड़खेड़ी वासियों को मंच से सम्बोधित करते हुए कहा कि दगड़खेड़ी वासियों के साथ न्याय नहीं हुआ है आज भी कई घर मुआवजे से वंचित है। पूरा गांव टापू बन गया लेकिन न्याय नहीं हुआ।
नर्मदा पूजन के बाद दिग्विजय सिंह तुरंत ही दगड़खेड़ी से प्रस्थान कर सिंगाजी की ओर निकल गए। उनके साथ करीब 60 नर्मदा पथिक भी चल रहे हैं।यात्रा शुरू करने के पूर्व सिंह ने कहा कि यात्रा पूरी तरह आध्यात्मिक है।
रिपोर्ट @ निशात सिद्दीकी