राजस्थान के राजसमंद में हुई मजदूर अफराजुल की खौफनाक हत्या में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है वैसे मामले कर परतें खुलती जा रही हैं। 6 दिसंबर को हुए खौफनाक हत्याकांड में आरोपी शम्भूलाल ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उसने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि अफराजुल की हत्या गलती से हुई है। वह किसी और को मारना चाहता था।
पुलिस रिमांड ने शम्भूलाल ने कुबूला है कि पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला मजदूर अफराजुल उसका टारगेट नहीं था। वह तो अज्जू शेख की हत्या करना चाहता था।
राजसमंद के सीओ राजेंदर राव ने जानकारी दी कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि अज्जू शेख एक लड़की के संपर्क में था और वह उस लड़की को अपनी बहन मानता था। लेकिन पुलिस को आशंका है कि शम्भूलाल का खुद उस लड़की से अफेयर था।
इसलिए लिए शम्भूलाल अज्जू शेख को मारना चाहता था। हत्या से पहले शम्भूलाल जलचक्की बाजार में गया और अज्जू के बारे में पूछताछ की। यहां उसे अज्जू नहीं मिला तो उसने एक मजूदूर का फोन नंबर लिया। पुलिस के अनुसार, नंबर देने वाले मजदूर ने शम्भूलाल की बात ठीक से समझ नहीं पाया या फिर ऐसा समझा कि उसे एक प्लॉट की बाउंड्री करानी है इसके लिए एक मजदूर की जरूरत है। मजदूर ने कुछ ऐसा ही समझा और शम्भूलाल को अफराजुल का नंबर दे दिया।
शम्भूलाल ने 5 दिसंबर को अफराजुल को फोन किया उसे लगा कि अज्जू ही बात कर रहा है। उसे अफराजुल और अज्जू की आवाज में फर्क नहीं लगा। इसके बाद 6 दिसंबर को सुबह 9 बजे शम्भू ने अफराजुल को एक बार फिर कॉल किया और कहा कि वह अपने घर में बाउड्री कराना चाहता है इसके लिए उसे मजदूर की जरूरत है।
इसके बाद करीब 10:30 बजे शम्भू ने अफराजुल के साथ चाय पी और कुदाल रस्सी आदि समान लेकर अफराजुल को करीब एक किलोमीटर दूर ले गया। और फिर बेरहमी से यहां अफराजुल की हत्या कर दी। हत्या उसने वीडियो बनाया और इंटरनेट पर डाल दिया।
जिस रेगार मुहल्ले में शम्भूलाल रहता था उसी मुहल्ले की एक लड़की इस खौफनाक हत्या का केंद्रबिंदु थी।