आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के फिदायीन दल ने सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर पर हमला कर दिया। इसमें सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया। करीब 12 घंटे चली मुठभेड़ में तीन जवानों के घायल होने की खबर भी है।
रविवार सुबह करीब 2 बजे आतंकियों का दल पुलवामा के लेथपोरा स्थित 185 सीआरपीएफ बटालियन के ट्रेनिंग सेंटर में घुस गया। घुसते ही आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और इसके बाद ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।
ग्रेट पर तैनात संतरी ने रोकने की कोशिश की। इसमें तीन जवान घायल हो गए। बाद में इन जवानों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। गोलियां बरसाते हुए आतंकी सेंटर की एक इमारत में जाकर छुप गए और गोलीबारी करने लगे।
वहीं पुलिस और सीआरपीएफ ने आतंकियों को घेर लिया। जवाबी कार्रवाई में एक अन्य जवान सैफुदीन भी शहीद हो गया। इसके बाद तलाशी अभियान में दो आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए। मारे गए दोनों आतंकी पाकिस्तान के हैं। शहीद पांच जवानों में एक की मौत गहरे सदमे से हो गई।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। जैश के प्रवक्ता हसन शाह ने कहा कि 3 फिदायीनों ने नूर त्राली और तलह रशीद की हत्या का बदला लेने के लिए सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया।
बता दें कि हमले के बाद पुलवामा जिले में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है।
3 फिदायीन आतंकी रात 2:10 पर कैंप में घुसे
जैश के तीन फिदायीन आतंकी रात 2 बजकर 10 मिनट पर कैंप में घुसे। आतंकियों ने पहले यहां ग्रेनेड से हमला किया और इसके बाद अधाधुंध फायिरंग शुरू कर दी। सीआरपीएफ जवानों ने जवाबी कार्रवाई की तो आतंकी कैंप में बनी एक इमारत में घुस गए।
जहां आतंकी छुपे हुए हैं, वो चार मंजिला इमारत है। बताया जा रहा है कि आतंकी बिल्डिंग के चौथे फ्लोर पर मौजूद हैं और यहीं से फायरिंग कर रहे हैं। इस बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक है और कंट्रोल रूम भी है।
चार मंजिला इमारत में 3 ब्लॉक हैं। बिल्डिंग का पहला ब्लॉक अधिकारियों के आवासीय परिसर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जबकि दूसरे ब्लॉक में मेन ऑफिस के साथ क्षेत्राधिकारी कार्यालय भी है। आतंकियों ने ब्लॉक नंबर 3 को अपना टारगेट बनाया।
इस ब्लॉक के ग्राउंड फ्लोर पर अस्पताल है, जबकि पहले फ्लोर पर सिग्नल सेंटर, कंट्रोल रूप और स्टोर है। दूसरे और तीसरे फ्लोर खाली हैं। इस ब्लॉक में टाइप 2 क्वार्टर के पास एक जवान सैफुद्दीन सोज पोजिशिन लिए हुआ था जिसे आतंकियों ने निशाना बनाया। हमले में जवान शहीद हो गया। अभी भी आतंकी इसी बिल्डिंग में मौजूद हैं और सुरक्षाबलों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया है।