चारा घोटाले के बहुर्चिचत मामले में साढे तीन साल के कारावास की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद अपनी एकलौती बहन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए संभवत: पैरोल की मांग कर सकते हैं। लालू की बहन गंगोत्री देवी का रविवार को निधन हो गया।
लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने बताया कि परिवार ने झारखंड की राजधानी रांची में कारा अधिकारियों के माध्यम से गंगोत्री देवी के निधन की सूचना राजद अध्यक्ष को देने की कोशिश कर चुकी है। तेजस्वी ने हालांकि, आशंका जतायी कि आज रविवार होने और कानूनी प्रक्रिया के चलते उनके पिता को समय पर पैरोल नहीं मिल पाएगा।
मां राबडी और बड़े भाई तेज प्रताप के साथ अपनी बुआ के घर पर तेजस्वी ने कहा, ‘‘अब हम उनके (बुआ) शव को उनके गांव ले जाने की व्यवस्था कर रहे हैं जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।’’
बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी राबड़ी ने संवाददाताओं को बताया कि गंगोत्री देवी लालू प्रसाद से लगभग चार साल बड़ी थी और पिछले कुछ समय से वह बीमार थी।
राबड़ी ने कहा, ‘‘जब उन्हें पता चला कि राजद अध्यक्ष लंबे समय तक जेल चले गए हैं तो वह बहुत दुखी थी और कल पूरे दिन वह अपने भाई की रिहाई के लिए प्रार्थना करती रही।’’ चारा घोटाले के मामले में राजद अध्यक्ष को कल साढे तीन साल की सजा सुनाई गयी थी।
लालू यादव को अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी, 420, 467, 471एवं 477ए के तहत जहां साढ़े तीन वर्ष कैद एवं पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी वहीं उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पीसी एक्ट) की धारा 13 (2) के तहत 13(1) सी एवं डी के आधार पर दोषी करार देते हुए भी अलग से साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी।
अदालत ने बाद में स्पष्ट किया कि लालू की दोनों सजायें एक साथ चलेंगी। जुर्माना न अदा करने की स्थिति में लालू यादव को छह माह अतिरिक्त जेल की सजा काटनी होगी।