डिंडौरी : जिला मुख्यालय में आखो में आसू और कोख में बच्चा लिए एक दुखियारी की सुनलो दास्तान साहब। शराबी पति मुझे बेटे न होने के चलते मारता है साहब, मुझे अब नहीं रहना उसके साथ। बेटियों के सहारे जी लुंगी पूरा जीवन ये कहना है पति से प्रताड़ित प्रियंका का, जिसकी कोख में पल रहा है एक और मासूम। दर दर की ठोकर खाने को मजबूर प्रियंका की दुःख भरी कहानी जिसने भी सूनी उसका मन भारी हो गया।
शराबी पति शरद और सास सरिता परस्ते जो पेशे से शिक्षक है, पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रियंका ने अपने हक़ की मांग की गुहार लगाई है। आज के समय में जहा सरकार बेटियों को बेटे का दर्जा देते हुए तमाम यौजना चला रही है, लेकिन कुंठित मानसिकता वाले आज भी बेटे की चाहत में बेटियों सहित माँ को मारपीट कर भगा रहे है।
पूरा मामला आदिवासी जिला डिंडौरी के कोतवाली थाना के वार्ड नंबर १५ पुरानी डिंडौरी का है। वही महिला की लिखित शिकायत पर जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनीता रावत ने कार्यवाही का भरोसा दिया और बाजार से गर्म कपडे भी दिलवाए। पुलिस का ये चेहरा देख प्रताड़ित माँ बेटियों के न सिर्फ चेहरे में खुसिया दिखाई पड़ी बल्कि न्याय की भी आस जगी।
शादी को बीते तक़रीबन 6 साल ही हुए थे लेकिन हर बार कोख में इश्वर ने बेटियों का ही सुख दिया। इस बात से नाराज पति और सास ने अपनी बहु पर जुल्म ढाना शुरू कर दिया। एक ओर जहा शराबी पति ने रोजाना मारपीट करते हुए ये ताने भी मारना शुरू कर दिया की तूने बेटा पैदा नहीं किया इस लिए में अब दूसरी शादी करूँगा। तो वही पेशे से शिक्षक उसकी सास सरिता परस्ते ने भी अपने बेटे का साथ देते हुए बहु को प्रताड़ित किया।
बहु और ३ बच्चियों के लिए सुसराल में खाना पीना भी बंद कर दिया। प्रियंका ने बताया की उसके माँ बाप भी अब इस दुनिया में नहीं है। वह अब किसके सहारे जियेगी। पति और सास से प्रताड़ित दुखियारी बहु प्रियंका ने पुलिस से लिखित शिकायत कर कार्यवाही की मांग की।
वही गर्भवती बैगा महिला की शिकायत पर जिले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है की पहले पति और सास को परिवार परामर्श केंद्र में बुलवाकर समझाने का प्रयास किया जायेगा। जिससे प्रियंका का घर दोबारा बस सके और पति और सास नहीं मानते है, तो दोनों के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी।
इस घटना क्रम को पूरा सुनने के बाद महिला पुलिस अधिकारी का भी दिल पसीज गया। इस कडकडाती ठण्ड में भूखे और बिना गर्म कपड़ो के आई माँ और तीनो बेटियों को बाजार से गर्म कपडे दिलवाए और भोजन की भी व्यवस्था की। तो वही एस आई राहुल अंकल ने तीनो मासूम बच्चियों के साथ कोतवाली में खूब मस्ती की। पुलिस के इस संवेदन शील चेहरे को देख जहा प्रताड़ित महिला का मन हल्का हुआ तो वही समाज के हर वर्ग के मन में पुलिस की इस छवि से थोडा सुधार में आएगा।