डिंडौरी : डिंडौरी जिले के मेंहदवानी विकासखंड मुख्यालय में स्थित आदिवासी बालक आश्रम में दूसरी कक्षा में पढ़ने बाले छात्र का शव संदिग्ध हालत में पाया गया है। छात्र का नाम महेंद्र मरावी बताया जा रहा है । आपको बता दें कि छात्रावास अधीक्षक रात को सभी छात्रों को खाना खिलाकर अपने घर चले गए और छात्र हॉस्टल में अकेले थे और गेट पर बाहर से ताला लगा हुआ था ।
इसी दौरान रात को छात्र की हालत बिगड़ गई लेकिन समय पर इलाज न मिलने की वजह से छात्र ने दम तोड़ दिया। वही मृतक महेद्र के परिजनों का आरोप है की उन्हें इस बात की जानकरी पहले नहीं मिली जब महेंद्र बीमार हुआ । मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक आयुक्त डिंडौरी ने जाँच के बाद कड़ी कार्यवाही की बता कही है।
इस मामले में छात्रावास के अधीक्षक ख़ुशीराम से जब यह पूछा गया तो उनका कहना है कि हॉस्टल में अधीक्षक आवास नहीं होने की वजह से बाहर कमरा लेकर रहना पड़ता है । घटना की खबर के बाद छात्र के परिजन भी सहमे हुए है ।वहीँ डाक्टर का कहना है कि छात्र को मृत हालत में अस्पताल लाया गया था । समय रहते इलाज मिल जाता तो छात्र की जान बच सकती थी।
मृतक महेंद्र के पिता का कहना है की मुझे बच्चा ख़तम होने के बाद जानकारी दी गई है । तबियत ख़राब की भी मालूम नहीं ।
मेहदवानी हॉस्पिटल डॉ सज्जन सिंह का कहना है की बच्चे को 8 बजे ले कर आये थे ।8 बजे देखा था तो उसकी हालत बेहद गंभीर थी।किस वजह से मौत हुई पी एम के बाद ही पता चल पायेगा ।
सहायक आयुक्त प्रशान्त आर्य का कहना है की हमने उसमे मेडिकल कराया है। डाक्टर की रिपोर्ट आने पर ही स्थति साफ़ होगी। रिपोर्ट आने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी।