छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारे में सोमवार को तब सनसनी मच गई, जब भाजपा की एक तेज तर्रार महिला नेता ने खुदकुशी कर ली। कोरिया जिले की पंचायत सदस्य हेमलता पैकरा ने राजधानी रायपुर में स्थित अपने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रायपुर के एडीशनल एसपी विजय अग्रवाल के मुताबिक उनका शव पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया गया है।
पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें भाजपा नेता ने अपनी ख़ुदकुशी के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने बताया की हेमलता पैकरा ने फांसी अपने बेडरूम में लगाईं थी। उस वक्त घर में कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था।
हेमलता पैकरा जानी मानी महिला नेता थीं और ऐसी चर्चाएं थी कि आगामी विधानसभा चुनाव में वह विधायकी के लिए बतौर बीजेपी उम्मीदवार खड़ी होने वाली थीं। उनके अचानक खुदकुशी कर लेने से रायपुर में दिनभर राजनीतिक गलियारा गरमाया रहा।
हेमलता के परिवार वालों के मुताबिक, कुछ दिनों से वह तनावग्रस्त नजर आ रही थीं। हालांकि उन्होंने अपनी परेशानी किसी से भी साझा नहीं की। परिवार वालों ने साथ ही यह भी बताया कि इससे पहले भी वह दो बार खुदकुशी की कोशिश कर चुकी थीं।
लेकिन फ़ौरन इलाज हो जाने से बच गई थीं। हेमलता पैकरा ने हालांकि अपने सुसाइड नोट में आत्महत्या के कारणों का कोई जिक्र नहीं किया है। बल्कि यह कहा है कि वह खुद की वजह से आत्महत्या कर रही हैं। इसलिए परिवार के किसी भी सदस्य को परेशान न किया जाए।
हेमलता पैकरा वर्ष 2015 में भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुई थीं। उनका मायका अंबिकापुर है जबकि ससुराल बैकुंठपुर है। वह अपने इलाके की राजनीति में सक्रिय महिलाओं में सर्वाधिक शिक्षित और प्रभावशील मानी जाती थीं। पैकरा के दो बच्चे हैं। वह पूर्व जिला परिवहन अधिकारी पैकरा की बहू थीं।