उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में मामूली विवाद ने इतना भयंकर रूप ले लिया कि पत्नी ने पति को जिंदा जला दिया। पति की इलाज के दौरान मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी महिला मौके से फरार हो गई। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किये जाने पर पुलिस अधीक्षक ने लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, यह वारदात सात फरवरी की है। नगर कोतवाली के मेवालाल तालाब निवासी ननके (35) का अपनी पत्नी पूजा से मोबाइल पर बात करने को लेकर विवाद हो गया था। बात न करने देने से पूजा नाराज थी। झगड़े की रात ननके खाना खाकर सो गया। रात को पूजा ने मिट्टी का तेल डालकर उसे जिंदा जला दिया।
पुलिस के अनुसार चीख पुकार सुनकर परिवार के अन्य सदस्यों ने दरवाजा तोड़कर ननके को बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गम्भीर होने पर डॉक्टरों ने ननके को लखनऊ भेजा, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस इस मामले में पहले तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन मीडिया में आने के बाद केस दर्ज किया।
पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आने के बाद ननके के भाई राजकुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी महिला की तलाश शुरू कर दी गयी है। इसके साथ ही मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है।
इसी तरह का एक मामला हरियाणा के सोनीपत में करीब दो साल पहले सामने आया था। एक पत्नी ने अपनी बड़ी बहन के साथ मिलकर अपने पति को घर मे जिंदा जला कर मार डाला था। गोहाना के बिधल गांव मे रहने वाले जितेंद्र (40) अपनी पत्नी नीलम के साथ अपने घर पर था। दिन में दो बजे घर मे अचानक आग लग गई।
इसमें जितेंद्र और उसकी पत्नी नीलम झुलस गए। गांववालों ने किसी तरह आग पर काबू पाकर दोनों को खानपुर पीजीआई में दाखिल करवाया गया, जहां जितेंद्र की मौत हो गई। मृतक जितेंद्र के पिता आजाद ने बताया कि नीलम और पूनम दो बहनें हैं। दोनों की उसके दो बेटों के साथ शादी हुई हुई है। दोनों का चाल चलन ठीक नहीं था।
कुछ दिन पहले जितेंद्र के साथ उनकी पत्नी और उसकी साली में कहासुनी हुई थी। इसी वजह से उन दोनों ने मिलकर उसके बेटे को मौत के घाट उतार डाला। थाना प्रभारी बलजीत ने बताया था कि मृतक के पिता की तहरीर पर दोनों बहनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। फोरेंसिक टीम को घटनास्थल से कई सबूत मिले थे।