राजस्थान के जयपुर में हुड़दंगियों और उपद्रवियों द्वारा हमले के शिकार शख्स की जान आखिर चली ही गई। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में तीन हफ्ते से घायल मजदूर मोहम्मद फैजल सिद्दीकी की 21 फरवरी को मौत हो गई।
समाचार एजेंसी एएनआई ने इस शख्स पर हमले का वीडियो जारी किया है। इस वीडियो की तस्वीरें हैवानियत से भरी हुई है। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोगों ने मोहम्मद फैजल सिद्दीकी को एक खंभे से बांध रखा है। लोगों वहशियाना ढंग से फैजल को पीट रहे हैं। उसका चेहरा लहूलुहान है। खंभे में बंधा फैजल कुछ कहना चाहता है वह अपनी बेगुनाही की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है।
वीडियो में एक जगह दिखता है कि जैसे ही वह कुछ कहना चाहता है उसके मुंह पर लोग हमला करते हैं। खून से सने चेहरे से वह अपनी बात कहता है लेकिन उसकी कोई नहीं सुनते हैं।बता दें कि ये घटना 3 फरवरी की है। इस दिन फैजल सिद्दीकी अपने दोस्त की छोटी बेटी को लेकर घुमने निकला था, तभी लोगों ने उसे बच्चा चोर और छेड़खानी वाला समझकर उसकी पिटाई कर दी।
वीडियो में दिख रहा है कि खंभे से बंधा फैजल नीचे गिरा हुआ है, तभी एक शख्स उसके पैरों पर खड़ा हो जाता है। फैजल जोर से चिल्लाता है, लेकिन उसकी कोई नहीं सुनता है। यह शख्स काफी देर तक उसके पैरों पर खड़ा रहता है, इस दौरान फैजल दर्द से बिलबिलाता और तड़पता रहता है।
बता दें कि इस घटना की जानकारी जब बच्ची के पिता को हुई तो वह घटनास्थल पहुंचा और बच्ची और फैजल दोनों को ही मुक्त कराया। जब पुलिस फैजल को लेकर अस्पताल पहुंची तो वह काफी जख्मी हो चुका था।
पीड़ित शख्स कानपुर का रहने वाला है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। विश्वकर्मा पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर मुकुट बिहारी ने कहा कि धारा 308 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इस केस में निशांत मोदी और महेंद्र नाम के शख्स की गिरफ्तारी की गई है। महेन्द्र का पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है।
इधर फैजल के भाई का कहना है कि अस्पताल ने उसके भाई को गंभीर अवस्था में ही डिस्चार्ज कर दिया। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज किया है।