मध्य प्रदेश में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। छतरपुर में एक भाजपा नेता पर भतीजी से दुष्कर्म का संगीन आरोप लगा है। मामला दर्ज होने के बाद से ही वह फरार है। आरोपी की पहचान संतोष पराशर के तौर पर की गई है। वह भाजपा के जिला खेल प्रकोष्ठ का संयोजक है और उसकी पत्नी पंचायत सदस्य हैं।
पीड़िता ने कहा, ‘संतोष चाचा (संतोष पराशर) ने मुझे रात में फोन करके बुलाया था। उन्होंने मुझे बताया था कि मेरे पापा ने बुलाया है। इस पर मैं उनके साथ चली गई थी। गाड़ी में पहुंचने के बाद मैंने उनसे पूछा मेरे पापा तो यहां हैं ही नहीं।
इस पर उन्होंने मुझे गाड़ी में धक्का दिया और ड्राइवर तेज रफ्तार से गाड़ी भगाने लगा। कुछ दूर जाने के बाद ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी और वहां से निकल गया। इसके बाद उन्होंने मेरे साथ गलत काम किया।’
पीड़िता के मामा ने बताया कि वह छतरपुर में रह कर आईटीआई की पढ़ाई करती है। संतोष ने उसे पापा के बहाने बुलाया था। उन्होंने बताया कि पीड़िता को उसके पापा बाद में घर ले गए थे, जहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। मां द्वारा पूछे जाने पर उसने घटना के बारे में जानकारी दी थी।
जान से मारने की दी थी धमकी
पीड़िता ने बताया कि आरोपी भाजपा नेता संतोष पराशर ने घटना के बारे में किसी को भी जानकारी देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी थी। इस वजह से उसने जान देने की कोशिश की थी। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने स्थानीय नौगांव थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दी थी।
पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद से ही संतोष फरार है। पुलिस अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए पीड़िता का मेडिकल कराने की बात कही है। उन्होंने बताया कि सबूत मिलते ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता ने ड्राइवर को भी आरोपी बनाया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आरोपी की तस्वीर
संतोष पराशर की तस्वीरें केंद्रीय मंत्री के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी देखी जा सकती हैं। पिछले साल राज्य की राजधानी भोपाल में दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद भाजपा सरकार ने दुष्कर्म के लिए फांसी की सजा का प्रावधान वाला विधेयक विधानसभा में पेश किया था।
विपक्ष ने भी इसका समर्थन किया था। संशोधन विधेयक को सदन ने पूर्ण बहुमत के साथ पारित कर दिया था। सीएम शिवराज चौहान ने तब कहा था कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर लगाम लगाने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। उनके अनुसार, 12 साल की मासूम बच्चियों से दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म करने वालों को अब फांसी की सजा होगी।
बता दें कि मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में दुष्कर्म के आरोपी के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर से भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।