कोलारस-मुंगावली उपचुनाव परिणाम के 20 घंटे के भीतर भारतीय जनता पार्टी के बुजुर्ग नेताओं ने पार्टी और सरकार पर निशाना साधा है। 75 साल की उम्र के आधार पर मंत्रिमंडल से हटाए गए सरताज सिंह ने कहा कि ‘मैं अब चुनाव नहीं लड़ूंगा। आज की राजनीति बहुत गंदी हो गई है। मैं और मेरे जैसे कई कार्यकर्ता पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और यहां घुटन हो रही है।”
हाल ही में अस्पताल से इलाज कराकर घर वापस लौटे सरताज सिंह ने कहा कि भाजपा का माहौल ठीक नहीं है। मैं कई सालों तक पार्टी में रहा हूं, लेकिन लोग मुझे निपटाने में लगे हैं। जब दोस्त धोखा दें तो कुछ बचता नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं तो राजनीति में एक्सीडेंटल आया था, लेकिन परिवार को इन सब पचड़ों में नहीं पड़ने दूंगा। सिंह बोले कि मैंने परिवार के लोगों को मना कर दिया है कि राजनीति में न जाएं। दुनिया जानती है कि राजनीति कितनी खराब हो गई है।
मंत्रिमंडल से हटाने का उनका दर्द एक बार फिर उभरकर सामने आया। सिंह ने कहा कि सरकार में परफॉरमेंस के हिसाब से निर्णय होना चाहिए, उम्र के हिसाब से नहीं।
गौर ने शिवराज पर साधा निशाना
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि मुंगावली-कोलारस में भाजपा नेताओं ने लोगों से पांच महीने का समय मांगा।
आजकल का वोटर मंत्रियों की भीड़ से प्रभावित नहीं होता। आपने 14 साल की सरकार में कुछ नहीं किया तो पांच महीने में क्या कर लेते?
उन्होंने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तारीफ करते हुए कहा कि सिंधिया को भाजपा ने अभिमन्यु समझकर चक्रव्यूह रचा था, लेकिन वे अर्जुन निकले।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव सरकार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। मुझे चुनाव प्रचार के लिए नहीं भेजा गया, इसलिए मैं वहां प्रचार करने नहीं गया।