लखनऊ : उन्नाव गैंगरेप मामले में आज उस वक्त नया मोड़ आ गया जब आरोपी विधायक की पत्नी डीजीपी से मिलने लखनऊ स्थित उनके कार्यालय पहुंच गईं। आरोपी विधायक की पत्नी के साथ वह महिला भी थी जिसके ऊपर पीड़िता को बहला फुसलाकर विधायक के पास ले जाने का आरोप था। यहां डीजीपी से मिलने के बाद मीडिया से रूबरु विधायक पत्नी ने पति पर लगे सारे आरोपों को निराधार बताया। वहीं उस महिला ने भी पीड़िता के आरोपों को गलत बताते हुए उल्टा पीड़िता के चरित्र पर सवाल उठाए।
उन्नाव गैंगरेप मामले में आज सुबह 10 बजे आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी डीजीपी कार्यालय पहुंची। इस दौरान उनके साथ विधायक शैलेंद्र सिंह शैलू विधायक की छोटी बहन रत्ना सिंह, विधायक के भांजे गोल्डी सिंह और बाकी सब विधायक के स्टाफ के लोग मौजूद रहे। इसके बाद वो मीडिया के सामने आईं, जहां वो रोने लगीं। कहा- पीड़िता से मेरी संवेदजनाए हैं, लेकिन मेरे पति पर लगे आरोप झूठे हैं।
रोते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं अपने पति के लिए न्याय का अनुरोध करने आई हूं।’ साथ ही उन्होंने पीड़िता के नार्को टेस्ट किए जाने की भी मांग की है। वहीं साथ में आई महिला (जिसपर पीड़िता को बहला-फुसलाकर विधायक के पास ले जाने का आरोप है ) का कहना है कि पीड़िता का चरित्र सही नहीं है। वह इसके पहले भी मेरे बेटे पर रेप का आरोप लगा चुकी है। विधायक की पत्नी ने भी पीड़िता के चरित्र पर सवाल उठाए हैं।
बता दें इस मामले में अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मंगलवार को विधायक के भाई अतुल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। वहीं पीड़िता ने कहा कि मैं सीएम योगी आदित्यनाथ से मुझे न्याय दिलाने की अपील करती हूं। डीएम ने मुझे एक होटल रूम तक सीमित कर रखा है, यहां मुझे पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा। मैं सिर्फ यह चाहती हूं कि दोषी को सजा मिले।