महाराष्ट्र के गढ़चिरौली क्षेत्र में पुलिस ने एक ऐंटी-नक्सल ऑपरेशन के दौरान 14 नक्सलियों को मार गिराया है। इसे 4 साल में नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। इससे पहले 3 अप्रैल को भी महाराष्ट्र पुलिस ने एनकाउंटर में 3 नक्सलियों को मार गिराया था। इसमें दो महिलाएं शामिल थीं।
गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ इतापल्ली के बोरिया जंगल में हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गढ़चिरौली के इस एनकाउंटर में नक्सल लीडर साईनाथ और सीनू भी मारे गए। हालिया दिनों में यह पुलिस की सबसे बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
बीते दिनों से महाराष्ट्र पुलिस राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों में सक्रिय नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही थी। इस इलाके में ग्रामीणों और नक्सलियों के बीच अक्सर संघर्ष की खबरें आती हैं इसलिए इलाके से नक्सलियों के सफाए के लिए पुलिस की तरफ से यह अभियान दो दिनों से चल रहा था।
गौरतलब है कि देश में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है और नक्सलियों का इलाका भी घटा है। देश के नक्सल प्रभावित 126 जिलों में से सरकार ने 44 जिलों को नक्सल मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है।
हालांकि, आठ नए जिले नक्सल प्रभावित इलाके में शामिल भी किए गए हैं। सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 से घटकर 30 रह गई है। बिहार और झारखंड के 5 जिले अति नक्सल प्रभावित टैग से मुक्त हो गए हैं।
उधर, छत्तीसगढ़ के सुकमा से लगी आंध्रप्रदेश की सीमा पर नक्सलियों ने रविवार को जमकर उत्पात मचाया और बिजली के एक सब स्टेशन में विस्फोट कर उड़ा दिया।
इस घटना की पुष्टि करते हुए सुकमा पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने कहा, “नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण जवान अलर्ट रहते हैं, लेकिन इस घटना के बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है। घटना के बाद जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।