अमेठी: हम सहमत है देश के एक वरिष्ठ पत्रकार के इस कथन से कि पत्रकारों का उत्पीड़न और नाइंसाफी के मामले में कई राज्यों की सरकार उदासीन है और उत्तर प्रदेश की सरकार पत्रकारों की समस्याओं व सुरक्षा के लिए यदि कोई ठोस कदम शीघ्र नहीं उठाएगी तो इस सरकार की गिनती भी उन्हीं सरकारों में होने लगे तो कोई बड़ी बात नहीं।
समाज के बीच रहकर समाज और सरकार को जगाने का काम करने वाला पत्रकार भले ही सीमा पर बंदूक तानकर खड़ा नहीं होता, लेकिन एक पत्रकार कलम का सिपाही तो कहलाता है और अपनी कलम के जरिए समाज के दुश्मनों के कारनामे उजागर करता है और समाज की गंदगी को साफ करने का काम करता है कहा जाता है कि यदि चेहरा खराब हो तो आइने को दोष नहीं देना चाहिए कोशिश यह करनी चाहिए कि चेहरे को ठीक किया जाए इसीलिए हमारा मानना है कि पत्रकार भी अपनी जान की बाजी लगाता है और समाज के साथ राज्य और राष्ट्र के प्रति चिंता करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करता है,और हमेशा आइना दिखाने की कोशिश करता है जिसका परिणाम उसे अपनी जान का बलिदान देकर भी चुकाना पड़ता है तो वह पीछे नहीं हटता, लेकिन अब आपकी बारी है कि आपको समाज के प्रहरी की चिंता है और आप प्रदेश के हर वर्ग के लिए अपनी संवेदनशीलता जाहिर करते हैं तो पत्रकारों के लिए आपकी चिंता अब सामने आनी चाहिए और यह चिंता अमेठी में बदमाशो द्वारा एक हिंदी दैनिक के पत्रकार के पुत्र अभय सिंह की हत्या के मामले के साथ शुरू हो जाए तो अच्छा संदेश जाएगा।
गौरतलब है कि विपक्ष की भूमिका निभाते हुए अमेठी के स्थानीय नेताओ व विधायक ने भी पत्रकार पुत्र छात्र अभय सिंह हत्याकांड के मामले में सीबीआई जांच की मांग की वही दूसरी ओर पुलिस की लचर कार्य प्रणाली को देखते हुए अमेठी प्रेस क्लब 8 मई से अनवरत धरना /प्रदर्शन देने व साथ ही शासन प्रशासन की खबरों और प्रेस कॉन्फ्रेस का बहिष्कार करने के लिये बाध्य है ।
यह अपने आप में एक बेहद गम्भीर मामला है योगी जी सरकार आपकी है, पुलिस-प्रशासन आपका है, इसके बाद भी बदमाशो के हौसले बुलंद हैं कि वे अपने फायदे के लिए किसी की हत्या करने से भी नहीं चूकते इसके क्या मायने निकाले जाएं? हम पत्रकार होने के नाते आपसे अपेक्षा करते हैं अमेठी के हिंदी दैनिक के पत्रकार पुत्र अभय सिंह की निर्मम हत्या के मामले में आपको विचार करना होगा हमारी तो यह भी अपील है कि छात्र अभय सिंह हत्याकांड में सीबीआई जाँच और शीघ्र ही मामले का खुलासा करने के लिए आदेश करे आपका यह निर्णय यूपी के पत्रकार जगत के लिए एक न्यायप्रिय निर्णय होगा ।
रिपोर्ट@राम मिश्रा