भीमा कोरेगांव मामले में हुई पांच वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने कहा है कि यह देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है।
जिन पांच बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी हुई है उससे तो यही पता चलता है कि देश आपातकाल की ओर बढ़ रहा है और मै इसकी कड़ी निंदा करता हूं। भीमा कोरेगांव में केस के मामले में पुणे पुलिस ने मंगलवार को देश के अलग-अलग राज्यों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि पांच महीने में यह दूसरा मौका है जब मंगलवार को पुणे पुलिस ने दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों के कथित नक्सल समर्थकों के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की। इस मामले में पुलिस ने अब तक कवि वरवरा राव, अरुण पेरेरा, गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज और वेरनोन गोन्जाल्विस को गिरफ्तार किया गया है।
भीमा कोरेगांव केस में हुई गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चौकाने वाला खुलास किया था। पुणे पुलिस ने दावा किया था कि एक आरोपी के घर से ऐसा लेटर बरामद हुआ है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने का प्रयास किया गया था।
साथ में पत्र में राजीव गांदी हत्या जैसी प्लानिंग का जिक्र भी किया गया था। हालांकि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने सभी पांच लोगों की गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए उन्हें नजरबंद रखने का आदेश दिया है।
30 अगस्त को लालू करेंगे सरेंडर
चारा घोटाला के अलग-अलग मामलों में सजायाफ्ता आरजेडी चीफ और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज रांची पहुंच रहे हैं। जहां 30 अगस्त को वो सीबीआई की विशेष अदालत में सरेंडर करेंगे।
लालू यादव फिलहाल इलाज के लिए मेडिकल प्रोविजनल बेल हैं। इलाज के लिए कोर्ट से उनको एक्सटेंशन भी मिल चुका है। इसी महीने की 24 तारीख को लालू के वकील ने मेडिकल ग्राउंड का हवाला देते हुए प्रोविजनल बेल की अवधि बढ़ाने की मांग की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।