गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया। एम्स से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अग्नाशय से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे पर्रिकर का डॉक्टर का एक दल जांच कर रहा है।
सूत्र ने कहा, ‘‘डॉक्टरों का एक दल उनकी जांच कर रहा है और उनके कुछ टेस्ट भी किए जाएंगे।’ स्वास्थ्य में गिरावट के बाद पर्रिकर को विशेष विमान से राष्ट्रीय राजधानी लाया गया है।
पर्रिकर सितंबर के पहले सप्ताह में इलाज करा कर अमेरिका से लौटे हैं, जिसके बाद उन्हें कान्डोलिम में भर्ती कराया गया। अमेरिका में उनका करीब तीन माह तक इलाज चला।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने अस्थायी तौर पर मुख्यमंत्री पद किसी और को सौंपने की इच्छा जताई है। सूत्रों के अनुसार परिकर इलाज के लिए फिर अमेरिका जा सकते हैं।
पिछले सात महीनों से एडवांस पैंक्रियाटिक कैंसर की बीमारी से पीड़ित परिकर का इलाज अमेरिका में चल रहा है। एक हफ्ते के इलाज के बाद 6 सितंबर को ही वे अमेरिका से लौटे हैं। इस बीमारी का पता चलने के बाद वे तीन बाद अमेरिका जा चुके हैं।
हालांकि मनोहर परिकर को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। वे विशेष विमान से दोपहर बाद दिल्ली पहुंचे। चिकित्सकीय जांच के बाद परिकर को गुरुवार शाम गोवा से 15 किलोमीटर दूर पर्यटक क्षेत्र कैंडोलिम के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सूत्रों ने बताया कि एक बार फिर परिकर इलाज के लिए वापस न्यूयॉर्क जा सके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लगातार परिकर के संपर्क में हैं।
एमजीपी के धवलीकर बन सकते हैं गोवा के अस्थाई सीएम: सूत्र
वहीं सूत्रों का कहना है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर परिकर से बात की है। जिसके बाद भाजपा केंद्रीय नेतृत्व परिकर के एक अस्थायी विकल्प की खोज में जुट गया है। पार्टी विजय पुराणिक को पर्यवेक्षक बनाकर भेज रही है। संगठन सचिव बीएल संतोष भी गोवा जा रहा हैं।
सूत्रों का कहना है कि ऐसी संभावना है कि इनके अलावा भी कोई अन्य वरिष्ठ नेता चर्चा के लिए गोवा पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक गोवा में भाजपा सरकार की सहयोगी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के रामकृष्ण सुदीन धवलीकर को 18 महीनों के लिए अस्थायी तौर पर सरकार चलाने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। धवलीकर परिकर मंत्रिमंडल में सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं।
भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया, “अभी धवलीकर को जिम्मेदारी सौंपने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। बीजेपी पर्यवेक्षक सोमवार को भाजपा और सहयोगी दलों के विधायकों से मिलेंगे। उसके बाद ही कोई निर्णय होगा।”
वहीं इस मुद्दे को टालते हुए धवलीकर ने कहा कि परिकर ने उन्हें बुलाया था लेकिन नेतृत्व को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई।
सूत्रों का कहना है कि अपने मंत्रियों औऱ सहयोगी दल की दल की बैठक में परिकर ने अपने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपनी जिम्मेदारी किसी अन्य को सौंपने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा था कि वे अपने खराब स्वास्थ्य के कारण अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं।
आपको बता दें कि 6 सितंबर को अमेरिका से लौटने के बाद परिकर ने अभी सीएम ऑफिस जॉइन नहीं किया है।