इलाहाबाद: यूपी के इलाहाबाद स्थित केपी इंटर कॉलेज में नेशनल कैडेट कोर के ट्रेनिंग कैंप में सोमवार की रात फूड प्वाइजनिंग से हड़कंप मच गया। भोजन में चावल खाने के बाद 37 एनसीसी कैडेट की हालत बिगड़ गई और उनमे से कई कैडेट बेहोश हो गए। घटना की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई तो आनन-फानन में डीएम एसपी समेत जिले के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे। बच्चों को इलाज के लिए स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां देर रात माहौल हंगामे से भरा रहा। एनसीसी कैडेट्स की तबीयत बिगड़ने पर साथी छात्रों ने अस्पताल में जमकर हंगामा भी काटा। इस दौरान अधिकारियों के समझाने बुझाने के बाद साथी शांत हुए।
आज सुबह सभी कैडेट्स को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने वाले सभी कैडेट्स इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हैं। एनसीसी कैडेट्स का आरोप है कि उन्हें जो चावल दिया गया था उसमें से बदबू आ रही थी। इसकी शिकायत भी की गई लेकिन उन्हें खाना परोसा गया। जिसे खाने के बाद वह बीमार हो गए। मामले में एनसीसी ग्रुप कमांडर बृजेश पांडे ने बताया कि भोजन अन्य कैडेटों ने भी किया था लेकिन वह बीमार नहीं हुए। जांच कराई जा रही है। प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है। खाद्य पदार्थ भोजन का नमूना ले लिया गया है।
इलाहाबाद के केपी इंटर कॉलेज में एनसीसी यानी नेशनल कैडेट कोर ट्रेनिंग कैंप चल रहा है। जिसमें इलाहाबाद समेत आसपास के जिलों के कैडेट्स ने हिस्सा लिया हुआ है। सोमवार की रात कैडेट्स को भोजन परोसा गया और भोजन करते ही दर्जनों कैडेट्स की तबीयत बिगड़ने लगी और पेट दर्द के साथ उल्टी शुरू हो गई। इस दौरान 7 कैडेट्स की तबीयत ज्यादा बिगड़ जाने से वह बेहोश हो गए। जिसके बाद सभी को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।
वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद प्रशासन को फूड प्वाइजनिंग से बीमारियों के इलाज की समुचित व्यवस्था कराने व खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि पूरे जिले में खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच के लिए अभियान चलाया जाए। इस बाबत सीएम ऑफिस की ओर से रात 11:19 पर ट्वीट भी किया गया। जिसमे उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच कराएं।