उत्तर प्रदेश के ललितपुर में तैनात उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार ने होमगार्ड की राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन में हडकंप मच गया है। उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार को जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है।
घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार की मौके पर ही मौत हो गई है, फिलहाल आत्महत्या के कारणों के बारे में पता लगाया जा रहा है। हालांकि मौके पर खाना एवं दवाएं टेबल पर रखी पाई गई हैं।
काम के बोझ और सिस्टम से हार गए मेरे पति- पिंकी
ललितपुर में खुदकुशी करने वाले उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार की पत्नी ने पिंकी कांडपाल ने अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि उन पर काम का बहुत बोझ था, रात में वो अचानक उठ जाते थे और नींद की गोली खाकर सोते थे। वो लड़के की बीमारी के चलते मुरादाबाद या आसपास ट्रांसफर मांग रहे थे ताकि बच्चे का इलाज करा सकें। ट्रांसफर के लिए नियुक्ति विभाग के सचिव तक गए कई बार पैसे भी दिए लेकिन कहीं कुछ नहीं हुआ।
पिंकी का कहना है कि लड़का मानसिक रूप से बीमार रहता है जिसकी हर महीने काउंसिलिंग होती है इसको लेकर भी बहुत परेशान रहते थे, मैं बहुत समझाती थी लेकिन उनकी कहीं नहीं सुनी गई। मैं उन्हें बहुत समझाती थी लेकिन वो परेशान ही रहते थे हमेशा।
पिंकी ने बताया कि और तमाम भ्रष्टाचारियों के तो ट्रांसफर हो भी गए लेकिन इनका ट्रांसफर न जाने क्यों नहीं होता था।
तीन माह पहले ही ललितपुर में हुई थी पोस्टिंग
आत्महत्या करने वाले उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार उत्तराखंड के रहने वाले थे। तीन माह पहले ही ललितपुर में इनकी पोस्टिंग हुई थी। दोपहर खाना मंगाने के बाद होमगार्ड की राइफल देखने के बहाने कमरे में ले गए थे, जहां सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
गोली की आवाज सुनकर अंदर पहुंचे होमगार्ड ने पुलिस को घटना के बारे में सूचना दी। मृतक उप जिलाधिकारी हेमेंद्र कुमार की पत्नी और बच्चे मुरादाबाद में रहते है।