दशहरा के मौके पर पटना में लगे एक पोस्टर को लेकर विवाद शुरू हो गया है।
दरअसल पटना में लगे इस पोस्टर में सीएम नीतीश कुमार को रावण के रूप में दिखाया गया है। जबकि इसी पोस्टर में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव राम की भूमिका में दिख रहे हैं। राजद के कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस के ठीक सामने यह पोस्टर लगाया है।
तेजस्वी की संविधान बचाओ ‘न्याय यात्रा’ की शुरुआत होने वाली है, उससे ठीक पहले दशहरा के मौके पर पटना में लगे इस पोस्टर ने राजनीति गर्म कर दी है। इस तरह का विवादित पोस्टर लोगों के लिए चर्चा का विषय बन रहा है।
राजद के पोस्टर पर कांग्रेस की आपत्ति सामने आई है। कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने इस मामले में आपत्ति जताते हुए कहा कि नीतीश सिर्फ नेता नहीं बिहार के मुख्यमंत्री भी हैं। मुख्यमंत्री को रावण दिखाना अनुचित है।
कांग्रेस के ही सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि तेजस्वी राम हो सकते हैं लेकिन किसी और को रावण दिखाना अनुचित है।
पटना में पोस्टर को लेकर राजनीति कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी राजद, कांग्रेस और बीजेपी समेत कई दल अलग-अलग मौकों पर एक दूसरे पर इन पोस्टरों के माध्यम से निशाना साध चुके हैं। पटना में यह पोस्टर आनंद यादव नाम के शख्स ने लगाया है।