मेरठ : नेशनल हाईवे स्थित एक होटल में खाना खाने गये मोहिउद्दीनपुर चौकी इंचार्ज सुखपाल सिंह पंवार और एक महिला ने खाने की देरी का विरोध किया, जिस पर बवाल हो गया।
आरोप है कि नशे की हालत में पहले महिला ने तोड़फोड़ करते हुए गाली गलौच की। इसके बाद होटल मालिक भाजपा नेता और होटल के स्टाफ ने होटल को अंदर से बंद करके दरोगा को जमकर पीटा।
पूरे मामले का वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने जांच कराने की बात कही है। एसपी सिटी को मामले की जांच के लिए लगाया गया है।
पुलिस के अनुसार, वार्ड 40 से भाजपा पार्षद चौधरी मनीष पंवार का नेशनल हाईवे स्थित खिर्वा चौपले के पास ब्लैक पेपर नाम से होटल है।
परतापुर थाने की मोहिउद्दीनपुर चौकी पर तैनात सुखपाल पंवार कंकरखेड़ा क्षेत्र निवासी एक महिला को देर रात अपनी स्विफ्ट डिजायर कार से होटल में खाने के लिए लेकर गये थे।
आरोप है कि दोनों ही नशे की हालत में थे। इस दौरान दोनों ने वेटर को खाना लाने के लिए ऑर्डर दिया। आर्डर पूरा होने में कुछ देर हो गयी।
गुस्साई महिला ने कर्मचारियों को अपशब्द बोलते हुए अभद्रता शुरू कर दी। आरोप ये भी है कि विरोध करने पर होटल प्रबंधक धामा और स्टाफ से मारपीट की।
महिला ने दरोगा से पिस्टल निकालने तक को कह दिया। इस दौरान होटल मालिक मनीष पंवार ने कर्मचारियों से होटल का गेट अंदर से बंद करा लिया और पुलिस अधिकारियों को फोन कर दिया। दरोगा के साथ गयी महिला ने टेबल से प्लेटें उठाकर तोड़फोड़ शुरू कर दी।
दरोगा का फोन छीन लिया
महिला के तोड़फोड़ करने पर होटल स्टाफ ने दरोगा को घेर लिया। दरोगा ने फोन निकालकर वीडियो बनाने की कोशिश की, तो स्टाफ ने दरोगा से फोन छिन लिया। इसी बीच गाली गलौच शुरू हो गयी।
होटल मालिक ने चौकी इंचार्ज से गाली गलौच करते हुए थप्पड़ जड़ने शुरू कर दिए। वर्दी में दरोगा को कई थप्पड़ जडे़ गये। चौकी इंचार्ज को नीचे गिरा दिया। इसके बाद भी महिला ने कर्मचारी के कपडे़ खीचें।
इसी बीच सीओ दौराला पंकज कुमार सिंह फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे और दरोगा व उसके साथ में महिला को हिरासत में ले लिया। उसके बाद दोनों का मेडिकल कराया।
रात दो बजे एसपी सिटी रणविजय सिंह भी कंकरखेड़ा थाने पहुंचे और घटना की जानकारी ली। महिला ने होटल के मालिक, मैनेजर और एक कर्मचारी पर मारपीट, छेड़छाड़ और बंधक बनाकर धमकी देने का आरोप लगाकर तहरीर दी है।
नशे में थे दोनों
होटल मालिक पार्षद मनीष पंवार ने बताया कि दरोगा व महिला दोनों ही नशे में थे और दोनों ने अभद्रता की।
महिला पुलिस के सामने ही बार बार कह रही थी कि मेरी जान पहचान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से हैं। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उसे अभी नहीं छोड़ा गया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
मुझे बहुत पीटा- दरोगा
दरोगा सुखपाल का कहना है महिला ने पति व ससुराल पर दहेज का केस दर्ज कराया था। मैं केस की विवेचना कर रहा हूं। मैं होटल में खाना खाने पहुंचा तो बाद में महिला भी आ गई। खाना आने में देरी हुई तो महिला ने विरोध किया था।
इस पर होटल कर्मचारियों ने गेट बंद कर लिया। जिसके बाद महिला ने प्लेट फेंकी थी। होटल मालिक ने मेरे साथ मारपीट की है।
यह बोली महिला
मैं एक केस के संबंध में दरोगा से होटल में मिलने गई थी। वेटर से खाना खिलाने के लिए कहा तो वह गाली गलौच करने लगा। उसके बाद गेट बंद कर लिया।
सरेआम छेड़छाड़ की। बंधक बनाकर मारपीट की और कपड़े फाड़ दिए। कंकरखेड़ा थाने में तहरीर दी है।