सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 13 नवंबर (दिन मंगलवार ) को ताजमहल में नमाज पढ़ जाने के बाद शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ गया है।
राष्ट्रीय बजरंग दल के एलान के बाद तीन महिलाओं ने शनिवार को ताजमहल परिसर में पूजा आरती की।
सुरक्षा का धता बताते हुए तीन महिलाएं दीपक, माचिस और गंगाजल लेकर ताजमहल के अंदर घुस गईं। इन्होंने ताज परिसर में गंगाजल चढ़ाया।
इसके बाद ताजमहल परिसर में बैठकर ओम नम: शिवाय का जापकर पूजा आरती की। इसका वीडियो वायरल हो रहा है।
वीडियो में ताजमहल के अंदर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की जिलाध्यक्ष मीना दिवाकर सहित तीन महिलाएं घूमतीं दिखाई दे रही हैं।
इन्होंने पूजा के बाद ताज के चारों को गंगाजल छिड़का है। हैरत की बात यह है कि सीआईएसएफ जवानों की इन पर नजर तक नहीं पड़ी।
इस संबंध में सीआईएसएफ के कमांडेंट ब्रज भूषण ने कहा कि वीडिया की जांच कराई जाएगी। यह वीडियो कब का है, पूजा आरती किस स्थान पर की गई।
वहीं धूपबत्ती और माचिस अंदर जाने के सवाल पर कहा कि यह सब जांच का विषय है। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
तीन नवंबर को एएसआई ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर वजू टैंक पर ताला लगा दिया था। साथ ही कह दिया कि ताजमहल में जुमे को छोड़कर किसी और दिन नमाज नहीं होगी।
इस पर 13 नवंबर ( दिन मंगलवार ) को पांच मुस्लिम टिकट खरीदकर ताज की मस्जिद में गए और एएसआई के आदेश को चुनौती देते हुए नमाज अदा की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। इसके बाद 14 नवंबर को एएसआई ने ताज में नमाज के आदेश का गजट प्रवेश द्वार पर चस्पा कर दिया था।
ताजमहल में नमाज अदा किए जाने पर राष्ट्रीय बजरंग दल ने विरोध जाहिर किया। साथ ही एलान किया था कि ताजमहल में पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद भी प्रशासन सर्तक नहीं हुआ और ताज की सुरक्षा का धता बताते हुए पूजा की गई।