लखनऊ: बुलंदशहर हिंसा में जान गंवाने वाले इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार ने आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की। मुलाकात के बाद यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि सीएम ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। ओपी सिंह ने बताया कि सीएम ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही दोनों बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार उठाएगी और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी।
बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजनों ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सीएम ने परिवार को न्याय का आश्वासन देते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि उनके दोनों बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्चा सरकार उठाएगी।
डीजीपी ने कहा, ‘जिस पढ़ाई के लिए बैंक से लोन लिया गया था वो सरकार द्वारा दिया जाएगा। बड़ा बच्चा सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहा है , छोटा बेटा लॉ की पढ़ाई कर रहा है। हम चाहेंगे की अपने पिता की तरह दोनों बच्चे यूपी पुलिस का नाम रोशन करें।’ डीजीपी सिंह ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जिस किसी की भी भूमिका इसमें है, उसकी जांच की जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिवार को असाधारण पेंशन और एक सदस्य को नौकरी देने की भी घोषणा की।
शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के नाम पर जैथरा कुरावली सड़क का नाम रखा जाएगा। इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के बेटे ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कहा, ‘सीएम ने आश्वासन दिया है आरोपी को जल्द पकड़ा जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा है कि कि वो हमारे परिवार के साथ हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने पिता को शहीद का दर्जा देने की भी बात कही।’ इससे पहले सीएम आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया था। उनकी पत्नी को 40 लाख रुपए और माता-पिता को 10 लाख रुपए के आर्थिक मुआवजे का ऐलान किया था और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की थी।