मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मौजूदा सीएम कमलनाथ को खुली चुनौती दी है। अपने शासनकाल में शुरू की गई योजनाएं बंद करने और नाम बदलने पर शिवराज सिंह ने तल्ख़ टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार संबल योजना बंद करके दिखाए फिर मैं बताता हूं।
कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए अभी महीना भर भी नहीं हुआ और उसने एक के बाद एक कई योजनाएं और विभाग बंद करना या उनका नाम बदलना शुरू कर दिया।
इससे गुस्साए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस सरकार को चुनौती दी है कि वो संबल योजना को बंद करके दिखाए।
यही वो योजना है जिसके स्मार्ट कार्ड पर शिवराज सिंह चौहान की तस्वीर लगी थी। उसे कमलनाथ सरकार ने हटवा दिया है और अब इस योजना का नाम बदलकर उसे नया सवेरा किया जा रहा है।
शिवराज सिंह ने सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘वह बताएं असली मुख्यमंत्री कौन है? कौन ये सब फैसले ले रहा है? सीएम किसके कहने पर फैसला ले रहे हैं?’
उन्होंने कहा, ‘सरकार लंगड़ी है, चिंता में हैं कि कही कुछ गड़बड़ ना हो जाए इसलिए कमलनाथ दबाव में काम कर रहे हैं। उन्हें हर कोई आंख दिखा रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा ये अजीबोगरीब सरकार है।
शिवराज सिह चौहान ने कहा, ‘वंदे मातरम को सरकार ने मज़ाक बना दिया है।’ इसके साथ ही उन्होंने किसानों के कर्ज़माफ़ी की प्रक्रिया पर सवाल उठाए और कहा सरकार इसे लागू करके दिखाए। क़र्ज़माफ़ी की तारीख़ बढ़ाने का श्रेय शिवराज सिंह चौहान ने लिया।
उन्होंने ट्वीट किया ‘किसान कर्ज़माफ़ी 31 मार्च 2018 से बढ़ाकर 12 दिसंबर, 2018 किया जाना हमारे संघर्षों और किसान भाइयों की जीत है। अब मेरी मांग है कि सरकार पूरे प्रदेश में जहां-जहां पाला पड़ने से फसलों को नुक़सान पहुंचा है, वहां तुरंत कार्रवाई करे।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस बार चुनाव परिणाम विचित्र आए हैं। बीजेपी 5 सीट से पीछे रही, लेकिन 47 हजार वोट ज़्यादा मिले। इस बार BJP विरोधी वोट एक होकर कांग्रेस के खाते में चले गए।
ग्वालियर, चंबल क्षेत्र में जहा बसपा दो नंबर पर रहती थी, वो पहली बार तीसरे नंबर पर चली गयी। हम हारे नहीं हैं, अंक गणित थोड़ा गड़बड़ हो गया है।