बंगाल के हिंदू संगठन ने राजस्थान में रहने वाले शंभु लाल रैगर के परिवार को सहायता प्रदान की है। शंभु ने बंगाली मुस्लिम मजदूर को कथित तौर पर बीते साल मार दिया था।
ये पूरी वारदात कैमरे पर रिकॉर्ड भी हो गई थी। अब बंगाल से आए हिंदू संगठन ने आरोपी शंभु के परिवार को आर्थिक और कानूनी मदद प्रदान की है।
मामला 6 दिसंबर, 2017 का है। शंभु लाल ने कथित तौर पर अफजरुल खान की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी और शव को आग लगा दी थी।
घटना उदयपुर के पास की है। यह पूरी वारदात कथित तौर पर शंभु के भतीजे ने कैमरे में कैप्चर कर ली। उस वक्त उसके भतीजे की उम्र 15 साल थी। वहीं मृतक खान पश्चिम बंगाल के माल्दा जिले का रहने वाला था।
शंभु का भतीजा वर्तमान में उदयपुर के जुवेनाइल होम में बंद है। वहीं शंभु जोधपुर जेल में बंद है।
इसी महीने के शुरू में हिंदू संगठन सिंह वाहिनी के अध्यक्ष देवदत्त माजी शंभु के परिवार से मिलने पहुंचे और उसकी (शंभु) की पत्नी को एक लाख रुपये का चेक दिया। उन्होंने उसके भतीजे की मदद की पेशकश भी की है।
शुक्रवार को माजी ने पीएम नरेंद्र मोदी और नेशनल कमीशन ऑफ प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स फॉर शिड्यूट ट्राइब को खत लिख शंभु के भतीजे की रिहाई की मांग की है।
अपने खत में माजी ने लिखा है कि ये बच्चा गंदी राजनीति और प्रशासन के एक वर्ग की दलील का शिकार हुआ है।
बच्चे की मां का कहना है कि उसका बेटा बेगुनाह है। उससे मिलने तो दिया जाता है लेकिन ये नहीं पता कि प्रशासन उसके साथ क्या करना चाहता है।
उसने दसवीं की परीक्षा भी दी लेकिन सरकार ने अभी तक उसका परिणाम घोषित नहीं किया है। बच्चे के माता-पिता ने माजी से 3 जनवरी को मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई थी।
माजी का कहना है, “हिंदू होने के नाते ये हमारा कर्तव्य है कि हम इस परिवार के साथ खड़े रहें। कानून के मुताबिक शंभु लाल रेगर ट्रायर का सामना कर रहा है लेकिन क्यों उसका भतीजा भी एक साल से बंद है?”