इस्लामाबाद : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान सहम गया है और नई दिल्ली से शांति लाने का मौका देने का दरख्वास्त कर रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी से ‘शांति लाने को एक मौका देने’ की बात कही और उन्हें यकीन दिलाया कि वह अपनी जुबान पर ‘कायम’ रहेंगे और अगर भारत पुलवामा हमले पर पाकिस्तान को ‘कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी’ उपलब्ध कराता है तो इस पर ‘तत्काल’ कार्रवाई की जाएगी।
इमरान खान की यह टिप्पणी राजस्थान में मोदी की उस रैली के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया में आम सहमति है। आतंकवाद के दोषियों को दंडित करने के लिए हम मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं। इस बार हिसाब होगा और बराबर होगा। यह बदला हुआ भारत है, इस दर्द को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम जानते हैं आतंकवाद को कैसे कुचलना है।’
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद खान को बधाई देने के लिए फोन पर उनके साथ हुई अपनी बातचीत को याद करते हुए मोदी ने कहा कि मैंने उनसे कहा, ‘आइए गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ाई लड़ें।
इस पर खान ने कहा था कि मोदीजी मैं पठान का बच्चा हूं, सच्चा बोलता हूं, सच्चा करता हूं। आज उनके शब्दों को कसौटी पर तौलने का वक्त है।’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी जुबान पर कायम हैं कि अगर भारत कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी देता है तो हमलोग तत्काल कार्रवाई करेंगे।’
इमरान ने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को ‘शांति को एक मौका’ देना चाहिए। इससे पहले 19 फरवरी को इमरान ने भारत को आश्वस्त किया था कि वह पुलवामा हमले के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिसे पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन ने अंजाम दिया था।
इमरान ने कहा कि अगर भारत ‘कार्रवाई के योग्य खुफिया जानकारी’ साझा करता है तो पाकिस्तान जरूर कार्रवाई करेगा।
हालांकि उन्होंने ‘बदले की भावना’ से कोई जवाबी कार्रवाई शुरू करने के खिलाफ भारत को चुनौती दी। बहरहाल भारत ने कहा कि हमले की जांच को लेकर खान की पेशकश ‘बहाना’ है।