प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का शिलान्यास किया गया है। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
पीएम ने कहा कि देश में आतंकी घटनाएं होती रहती थीं, लेकिन दिल्ली की सरकार सोई रहती थी। जब आतंकियों ने पुलवामा में हमारे 40 जवानों को मार दिया तो क्या मोदी को भी चुप रहना चाहिए था? अगर पुरानी सरकार के जैसा ही करना था तो मुझे चुना ही क्यों? क्या हर हिंदुस्तानी पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहता है या नहीं। क्या आतंकियों को उन्हीं के भाषा में जवाब देना चाहता है? क्या आपको देश की सेना और एयरफोर्स पर भरोसा है? क्या आप कभी ऐसा करेंगे कि पाकिस्तान में तालियां बजे। हमारे देश के कुछ नेता और दल इसी में लगे हैं। उनको देश की चिंता नहीं है। ऐसे लोगों को पहचानिये। ऐसे लोगोें को जेल जाने से बचने के लिए दिल्ली की गद्दी की चिंता है।
पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी दल कान खोलकर सुन लें, मेरा सबूत देश की 130 करोड़ जनता है। मेहरबानी करके पाकिस्तान को खुश करने वाला खेल बंद करें।
पीएम ने कहा कि मोबाइल का फ्लैश ऑन करके उनको रौशनी दिखाइये, जिनको दिखता नहीं है।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का शिलान्यास करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश के गरीब की, मध्यम वर्ग का जीवन आसान बने, उसकी दिक्कतें कम हों, उनकी Ease Of Living बढ़े, इसका हमारी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ हम देश के हर हिस्से, देश के हर व्यक्ति, हर वर्ग तक विकास के लाभ पहुंचाने में जुटे हैं। हमारे विकास का रास्ता दो पटरियों पर चल रहा है। एक तरफ हम देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सामान्य मानवी को सीधी मदद पहुंचाने में जुटे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने उन लोगों के बारे में भी सोचा है जिनको पहले की सरकारों ने अपने भाग्य के भरोसे छोड़ दिया था। आज गरीब को अच्छा पक्का घर दिया जा रहा है, मध्यम वर्ग के घर के सपने को भी ब्याज में छूट देकर पूरा किया जा रहा है।
मध्यम वर्ग के साथियों के हाथ में ज्यादा पैसा बचे इसके लिए 5 लाख रुपए तक की कर योग्य आय को टैक्स के दायरे से बाहर किया गया है। इस तरह के अनेक काम हैं जिनको आज तक की सरकारें नामुमकिन मानती रहीं, लेकिन मोदी है तो, मुमकिन है। लगभग 50 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज भी पहले नामुमकिन लगता था।