लखनऊ : यूपी में लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी चुनने में जुटी कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव को अपने बल पर ही लड़ेगी।
पार्टी के महासचिव और पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि एसपी द्वारा रायबरेली और अमेठी सीट छोड़ने के एवज में उनकी पार्टी भी समाजवादी पार्टी के लिए 2-3 सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि एसपी और बीएसपी के रास्ते कांग्रेस से अलग हो सकते हैं, लेकिन उनका लक्ष्य एक है।
उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी के गठबंधन पर शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमने कई बार यह बात कही है कि हमारा मकसद एक ही है कि केंद्र में यूपीए की सरकार बननी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी शक्ति के आधार पर और अपने दम पर यह चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होंने कहा, ‘एसपी और बीएसपी ने अपना निर्णय लिया है और उनका यह हक है कि वह अपना निर्णय लें। हम उनके निर्णय का सम्मान करते हैं।’
‘संवाद दोनों तरफ से होना चाहिए’
सिंधिया ने कहा, ‘हमने सदा कहा है कि संवाद और चर्चा जरूरी है, लेकिन संवाद और चर्चा दोनों तरफ से होनी चाहिए। वर्तमान परिस्थिति में कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हमें अपनी पार्टी को उत्तर प्रदेश में स्थापित करना है।’
हमारे रास्ते अलग लेकिन अंतिम लक्ष्य एक : सिंधिया
इसके अलावा महागठबंधन से समझौते के सवाल पर ज्योतिरादित्य ने यह भी कहा कि एसपी और बीएसपी के साथ हमारे रास्ते अलग हो सकते हैं लेकिन हमारा अंतिम लक्ष्य एक है।
एसपी द्वारा रायबरेली और अमेठी की सीटों को छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम भी उनके लिए दो-तीन सीटें छोड़ देंगे।
बता दें कि यूपी में महागठबंधन के ऐलान के बाद से ही इस तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं कि कांग्रेस भी इस महासमझौते में शामिल हो सकती है।