आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के मुखिया मसूद अजहर का कहना है कि जेईएम को हुए कथित नुकसान और उसके स्वास्थ्य को लेकर फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं और यह सभी झूठी हैं।
इसे लेकर उसने एक लेख लिखा है। जिसमें उसका कहना है, ‘ऐसा कुछ नहीं हुआ। सभी जिंदा हैं और ठीक हैं।’
अजहर ने जेईएम के साप्ताहिक अखबार अल-कलाम में अपने उपनाम सादी के तहत एक लेख लिखा है। जिसमें उसने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उसके साथ शूटिंग या तीरंदाजी प्रतियोगिता करने के लिए कहा है। जिससे कि यह पता चल सके कि वह चिकित्सीय दृष्टिकोण से कितना स्वस्थ है।
यह बात हम दावे के साथ नहीं कह सकते हैं कि अजहर ने इस लेख को लिखा है लेकिन अल-कलाम जेईएम के मुखपत्र के तौर पर जाना जाता है।
वहीं सादी अजहर का उपनाम है। अपनी स्थिति और संगठन की तुलना पैगंबर मोहम्मद के समय रहे मुस्लिमों से करते हुए अजहर ने कहा कि वह और उसके समर्थक ठीक हैं।
अजहर का कहना है कि कश्मीरियों की आग जिसकी शुरुआत आदिल अहमद डार (पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाने वाला आत्मघाती हमलावर) ने की थी वह जल्द ही बुझने वाली नहीं है।
उसने जम्मू-कश्मीर में चल रही आतंकी गतिविधियों को आजादी की लड़ाई करार दिया। उसने दावा किया है कि समय बढ़ने के साथ यह पूरे क्षेत्र और घाटी के बाहर फैल जाएगी क्योंकि इस तरह के आंदोलन बढ़ते जा रहे हैं।
अजहर ने लिखा है कि क्षेत्र में परिस्थिति संकटपूर्ण है। उसने अफगानिस्तान में घट रही घटनाओं को लेकर ध्यान आकर्षित किया।
अपनी सेहत के बारे में उसका कहना है कि यह एक ऐसा विषय है जिसपर वह बात करने का इच्छुक नहीं है लेकिन उसके खिलाफ चल रहे प्रोपागैंडा की वजह से उसे इसके बारे में बात करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उसका दावा है कि वह स्वस्थ है।
आतंकी सरगना ने कहा, “मैं पूरी तरह से ठीक हूं। मेरी किडनी और लीवर पूरी तरह से ठीक हैं।” उसका कहना है कि वह पिछले 17 सालों से कभी अस्पताल नहीं गया और उसने कई सालों से किसी डॉक्टर से संपर्क नहीं किया है।
उसका कहना है कि कुरान प्रेरित आहार ने उसे उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों के चंगुल से मुक्त रखा है।
जेईएम के मुखिया ने कहा, “चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।” उसका कहना है कि खाली समय में वह तीरंदाजी का अभ्यास करता है। उसने कहा, “नरेंद्र मोदी से उलट मैं पूरी तरह से फिट हूं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि मेरे साथ कोई खेल, तीरंदाजी या शूटिंग प्रतियोगिता करें ताकि यह साबित हो सके कि मैं उनसे ज्यादा स्वस्थ हूं।”