अमेठी : बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुरेंद्र स्मृति ईरानी के काफी करीबी माने जाते थे और अमेठी लोकसभा चुनावों में स्मृति की जीत में उनकी बड़ी भूमिका रही।
घटना की सूचना मिलने के बाद तुरंत स्मृति दिल्ली से अमेठी पहुंचीं। उन्होंने मृतक के परिजन से मुलाकात की और सुरेंद्र के शव को कंधा भी दिया।
सुरेंद्र के बेटे ने इस मामले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर शक जताया है। सुरेंद्र सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए आस पास के गांवों से भी लोग पहुंचे, इस दौरान तनाव को देखते हुए मौके पर फोर्स तैनात की गई है। पीएसी के अलावा बड़ी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहले से ही मौजूद है।
इस दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि गोली मारने वाले और इस अपराध को करने के लिए आदेश देने वाले दोनों को ही हम नहीं छोड़ेंगे।
सुरेंद्र के परिवार के सामने मैंने यह शपथ ली है कि मैं सुप्रीम कोर्ट तक इस मामले में जाऊंगी और अरोपियों को मौत की सजा की अपील करूंगी।
बता दें कि रविवार सुबह इस मामले में मृतक सुरेंद्र सिंह के बेटे अभय ने कांग्रेस समर्थकों पर पिता की हत्या का शक जताया था।
अभय ने कहा, ‘मेरे पिता स्मृति ईरानी के प्रचार में चौबीसों घंटे लगे रहते थे। स्मृति ईरानी की जीत के बाद विजय यात्रा निकाली जा रही थी। ये बात कांग्रेस समर्थकों को अच्छी नहीं लगी, शायद इसीलिए उनकी हत्या कर दी गई। हमें कुछ लोगों पर संदेह है।’
हालांकि, पुलिस को इस वारदात के पीछे परिवारिक रंजिश होने का शक है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हमें उम्मीद है कि इस मामले को 12 घंटे के अंदर ही सुलझा लिया जाएगा।