नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की शानदार जीत के साथ वापसी के साथ ही उनकी कैबिनेट को लेकर अटकलें शुरू हो गई थीं। इस बीच पिछली सरकार में वित्त मंत्री का प्रभार संभालनेवाले अरुण जेटली ने कैबिनेट में शामिल नहीं करने का आग्रह पीएम मोदी से किया है। जेटली ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर बीमारी के कारण कैबिनेट में शामिल होने में असमर्थता जताई। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया।
अरुण जेटली ने वित्त मंत्री के लेटरहेड से लिखे पत्र को ट्विटर पर भी शेयर किया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए लिखा कि उन्हें कैबिनेट में शामिल करने पर विचार न किया जाए। जेटली ने अपने पत्र में पीएम मोदी का आभार जताते हुए लिखा कि उनके नेतृत्व में देश के विकास को नए रास्ते पर ले जाने का मौका मिला। जेटली ने पत्र में लिखा, ‘पार्टी में रहते हुए मुझे संगठन स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई, एनडीए की पहली सरकार में मंत्री पद और विपक्ष में रहते हुए भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने का मौका मिला। मैं इससे ज्यादा की कुछ और मांग भी नहीं कर सकता।’
I have today written a letter to the Hon’ble Prime Minister, a copy of which I am releasing: pic.twitter.com/8GyVNDcpU7
— Arun Jaitley (@arunjaitley) May 29, 2019
बता दें कि पिछले डेढ़ साल से जेटली काफी बीमार चल रहे हैं। वह किडनी संबंधी गंभीर बीमारियों के साथ ही कैंसर से भी जूझ रहे हैं। उनका किडनी प्रत्यारोपण भी किया गया है। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘पिछले 18 महीनों से मैं स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा हूं। स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए मैं आग्रह करूंगा कि मुझे कोई और अतिरिक्त जिम्मेदारी न दी जाए।’
बता दें कि जेटली के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए ऐसी अटकलें पहले से ही चल रही थी कि इस बार मोदी कैबिनेट में वह शामिल नहीं होंगे। फरवरी में अंतरिम बजट भी पीयूष गोयल ने ही पेश किया था क्योंकि उस वक्त जेटली इलाज के लिए अमेरिका में थे।