श्रीनगर: मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। इस एनकाउंटर में उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर किया है। मारे गए आतंकी में से एक की पहचान 17 वर्षीय सज्जाद भट के तौर पर हुई है। सज्जाद भट वही आतंकी है जिसकी कार का प्रयोग 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के लिए हुआ था। जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर लेतपोरा में हुए इस आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। सज्जाद ने ही सोमवार को पुलवामा में सेना के काफिले पर आईईडी हमले को अंजाम दिया था।
अनंतनाग के मरहामा इलाके में एनकाउंटर हुआ था और अभी तक पुलिस और सेना की ओर से इस पर कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन पुलिस सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि मारा गया एक आतंकी सज्जाद ही है। पुलवामा आतंकी हमले के तुरंत बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हमले के लिए प्रयुक्त कार की पहचान कर ली थी। यह मारुति इको गाड़ी थी और सज्जाद भट के नाम पर दर्ज थी। सज्जाद मरहामा इलाके का ही रहने वाला था। 25 फरवरी से ही वह गायब था और इसके बाद पिस्टल और एके-47 लिए उसकी फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर आनी शुरू हुई थी। बाद में खबरें आईं कि सज्जाद, जैश का हिस्सा बन गया है।
पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश ने ही ली थी और सज्जाद को संगठन में अफजल गुरु कोड नेम दिया गया था। वह भी इस संगठन के फिदायीन दस्ते का हिस्सा बन गया था। सेना को सज्जाद के उसी गांव में छिपे होने की जानकारी मिली थी, जहां का वह रहने वाला था। इसके बाद तड़के ही सुरक्षाबलों ने यहां पर घेरा डाला हुआ था। सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस की ज्वॉइन्ट टीम यहां पर पहुंची थी। इलाके में दो आतंकी छिपे हुए थे। एनकाउंटर में दो जवान घायल हुए जिनमें से एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आतंकी बनने से पहले सज्जाद 12वीं कक्षा का छात्र था और मरहामा हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ता था।
23 फरवरी को एनआईए ने सज्जाद के घर पर छापा मारा था। एनआईए ने इसके बाद बयान जारी कर कहा जम्मू कश्मीर पुलिस के साथ हुई छापेमारी की इस कार्रवाई में सज्जाद का कुछ पता नहीं लगा। सज्जाद अपने घर में नहीं मिला और तब से ही फरार चल रहा था। एनआईए की ओर से उस समय कहा गया था कि सज्जाद, जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ गया है। एनआईए ने अपने बयान में सज्जाद की एके-47 लिए हुए फोटोग्राफ का जिक्र भी किया था।
पुलवामा आतंकी हमले में जो कार प्रयोग की गई थी उसका चेसिस नंबर MA3ERLF1SOO183735 और इंजन नंबर G12BN164140 था। एनआईए की जांच के मुताबिक यह कार किसी मोहम्मद जलील अहमद हक्कानी को साल 2011 में बेची गई थी जो अनंतनाग के हैवेन कॉलोनी में रहते हैं। इसके बाद इसे कई लोगों ने बदला और दो फरवरी 2019 को कार मकबूल भट के बेटे सज्जाद भट तक पहुंची। पुलवामा हमले के बाद से ही सुरक्षाबल घाटी में जैश के कई रैंक्स आतंकियों को निशाना बना रहे हैं। हमले के बाद जैश के कई टॉप कमांडर्स को पहले ही ढेर किया जा चुका है।