इंदौर नगर निगम अधिकारियों को क्रिकेट बैट से पीटने के मामले में जिला कोर्ट द्वारा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत रद्द होने के बाद आज सेशन कोर्ट में बेल के लिए याचिका पर सुनवाई होगी।
जिला कोर्ट ने उन्हें 11 जुलाई तक के लिए जेल भेजा है। उधर जेल में विधायक आकाश को बैरक नंबर 6 में दो अन्य लोगों के साथ रखा गया है। यहां रात में उन्हें हल्का बुखार आने की शिकायत की, जिसके बाद जेल में ही उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
जानकारी के मुताबिक अगर विधायक आकाश को जमानत मिलती है तो समर्थकों द्वारा जेल से रैली निकालकर उन्हें घर तक ले जाने की योजना है।
बताया जा रहा है कि रात में समर्थक उनके लिए खाना लेकर पहुंचे थे, लेकिन जिला जेल अधीक्षक ने सामान देने से इनकार कर दिया। गुरुवार सुबह 6 बजे विधायक आकाश विजयवर्गीय ने जेल में होने वाली प्रार्थना में हिस्सा लिया।
आजाद नगर जेल के बाद सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
आकाश विजयवर्गीय को बुधवार रात करीब आठ बजे जिला जेल में दाखिल किया गया था। विधायक रमेश मेंदोला और पूर्व विधायक जीतू जिराती आकाश को अंदर तक छोड़ने गए।
कोर्ट के जेल भेजने के आदेश के बाद बड़ी संख्या में समर्थक विधायक के साथ जेल तक गए थे। हालांकि पुलिस ने उन्हें जेल गेट के बाहर ही रोक दिया।
सीएसपी की गाड़ी में विधायक जेल गेट तक पहुंचे। बाद में विधायक लिखा-पढ़ी के बाद अंदर चले गए।
जेल के बाहर प्रदर्शनकारियों ने खूब नारेबाजी और हंगामा किया। इस दौरान भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष गौरव शर्मा निवासी छावनी ने खुद पर केरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की।
पुलिस ने शर्मा के हाथ से केरोसिन की केन छीनी और पानी डाला। इसके बाद पुलिस और अन्य समर्थक उसे दूर ले गए।
जिला जेल अधीक्षक अदिति चतुर्वेदी ने बताया कि विधायक विजयवर्गीय को जेल के वार्ड नंबर छह में रखा गया है। जिस बैरक में विधायक को रखा गया है, वहां सुरेश और धनपाल नामक बंदी पहले से हैं।
कलेक्टर के आदेश पर बढ़ाया समय
जेलर ने बताया कि जेल मैन्युअल के मुताबिक सात बजे के बाद बंदियों का दाखिला नहीं हो पाता है। लॉ एंड आर्डर की स्थिति और कलेक्टर के आदेश पर जेल दाखिले का समय बढ़ा दिया गया था।
इस वजह से विधायक को रात करीब आठ बजे जेल में एंट्री मिल पाई। उनके पीने के पानी की व्यवस्था कर दी गई है। जेल मैनुअल के मुताबिक उन्हें खाना दिया गया, जो उन्होंने खाया।