आगरा : आगरा के थाना एत्मादपुर क्षेत्र में सोमवार तड़के यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए बस हादसे ने लोगों का दिल दहला दिया। हादसा इतना भीषण था कि 29 यात्री मौत की नींद सो गए। मृतकों में डेढ़ साल की बच्ची भी शामिल है। 22 लोग घायल हैं। हादसे का कारण तेज रफ्तार और चालक को नींद आना बताया जा रहा है।
बस हादसे में घायल युवक अंकुर के अनुसार एसी जनरथ बस लखनऊ से रविवार रात को चली गई थी। सोमवार तड़के करीब साढ़े चार बजे थाना एत्मादपुर क्षेत्र में यह हादसा हो गया। चालक को झपकी आने से बेकाबू हुई बस यमुना एक्सप्रेस वे से 60 फीट नीचे झरना नाले में जा गिरी।
बताया जा रहा है कि बस 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही थी। बस डिवाइडर से टकराकर एक फुट ऊंचे डिवाइडर पर चढ़ी, फिर चार फुट ऊंची रेलिंग पर 25 मीटर तक घिसटती गई। इस दौरान टायर फट गया और 60 फीट नीचे खाई में जा गिरी।
हादसे के वक्त ज्यादातर लोग नींद में थे। 29 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 22 यात्री घायल हो गए। घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
घायलों ने बताया कि बस में सवार लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने घायलों को बस से बाहर निकालना शुरू किया। कुछ देर बाद थाना पुलिस भी पहुंच गई और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
दर्दनाक बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे में मरने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा है कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जो घायल हैं वो जल्दी ठीक हो जाएं।