दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर वेनिस पर पानी का खतरा मंडराने लगा है। ग्लोबल वार्मिंग का ही असर है कि वेनिस धीरे-धीरे पानी में समाता जा रहा है। लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण वेनिस की कई खूबसूरत इमारतें पानी में डूब गई हैं।
वेनिस में लगातर बढ़ रहे पानी पर वैज्ञानिक नजर जमाए हुए हैं। धरती पर लगातार हो रहे छोटे-छोटे बदलाव का ही असर है कि वेनिस शहर में तेजी से बदलाव हो रहा है।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने इटली के शहर वेनिस के बारे में उन्होंने पहले ही आगाह कर दिया था। वैज्ञानिकों के मुताबिक हर साल यह शहर कुदरती रूप से 0।8 से लेकर 1 मिलीमीटर तक डूब रहा है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि वेनिस जैसे खूबसूत शहर को हम अपने सामने डूबते हुए देख रहे हैं। वैज्ञानिकों ने इसके लिए इंसानों को ही जिम्मेदार ठहराया है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक वेनिस के आसपास हो रहे प्राकृतिक बदलाव के कारण ही लगातार बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
इंडिपिडेंट न्यूजपेपर में 2017 में छपी ग्लोबल वार्मिंग रिपोर्ट के मुताबिक अगर यूरोप में ग्लोबल वार्मिंग से जल्द निपटा नहीं गया तो बहुत जल्द हम वेनिस को खो देंगे।
जिस तरह से हर साल वेनिस में जलस्तर बढ़ रहा है उससे वेनिस को इतिहास बनने से कोई नहीं रोक सकता।
रिपोर्ट के मुताबिक भूमध्य सागर में जलस्तर 140 सेमी तक बढ़ चुका है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के कारण समुद्र का जलस्तर लगातार ऊपर आ रहा है।
उत्तर एड्रियाटिक और इटली के पश्चिमी तट के कुछ हिस्सों में 176 मील लंबे समुद्र तट को निगलने की भविष्यवाणी की गई है।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण हर साल यहां पर हाई टाइड के कारण बाढ़ आती है। सैटेलाइट डेटा से पता लगा है कि हर साल वेनिस शहर में बाढ़ आ रही है, जिसके कारण वेनिस शहर डूबता जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वेनिस शहर पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए इटली के एक शीर्ष हेरिटेज ग्रुप इटालिया नोस्त्रा ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से वेनिस शहर को ऐसे शहरों की सूची में डालने की गुजारिश की है, जिस पर खत्म होने का खतरा है।