73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए सुरक्षा को लेकर बड़ा ऐलान किया है।
पीएम मोदी के मुताबिक अब देश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS (Chief of Defence Staff) होगा। यानी तीनों सेना की नेतृत्व की कमान किसी एक ऑफिसर के हाथों में होगी।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी (CDS) थलसेना (Army), नौसेना (Indian Navy) और वायु सेना (Indian Air Force) के साथ मिलकर काम करेगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस नई व्यवस्था से देश की ताकत और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इससे सेना के तीनों अंगों को काम करने में भी आसानी होगी।
बता दें कि साल 2019 में करगिल की लड़ाई के बाद एक हाई लेवल कमेटी ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त करने की सिफारिश की थी। CDS सीधे रक्षामंत्री को रिपोर्ट करेगा।
फिलहाल भारत में चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी है। इसमें थल, जल और वायु तीनों के प्रमुख होते हैं। इनमें से जो भी सीनियर होता है वो एक चेयरमैन के तौर पर काम करते हैं।
साल 2012 में नरेश चंद्र टास्ट फोर्स ने भी स्थायी चेयरमैन की सिफारिश की थी। अब पीएम मोदी ने इन सिफारिशों को मानते हुए CDS की नियुक्त करने का ऐलान कर दिया है।
पीएम ने कहा, ”हमारे सुरक्षाकर्मी हमारी ताकत हैं। इनकी ताकत और बढ़ाने के लिए आज मैं लाल किले से एक बड़ा ऐलान करने जा रहा हूं। अब देश में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ होगा। ये हमारी सेना की ताकत को और बढ़ाएगा।”
इस वक्त थल सेना के सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत हैं, जबकि एयर फोर्स के चीफ बीएस धनोआ हैं। इंडियन नेवी की कमान एडमिरल करमबीर सिंह संभाल रहे हैं।
भारतीय संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति तीनों सेनाओं के अध्यक्ष होते हैं। इनका कामकाज रक्षा मंत्री देखते हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पर तीनों सेना प्रमुखों के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी होगी।
चीफ ऑफ डिफेंस फिलहाल यूनाइटेड किंगडम, श्रीलंका, इटली, फ्रांस सहित करीब दस देशों में है। अब भारत का भी इसमें नाम जुड़ गया है। अलग-अलग देशों में सीडीएस को अलग अलग पावर दिया जाता है।