खंडवा : मध्यप्रदेश की पूर्व सरकार में शिक्षा मंत्री रहे हरसूद विधायक विजय शाह पर गणवेश वितरण में भ्रष्टाचार के आरोप लगा हैं। जिला पंचायत सदस्य रणधीर कैथवास ने पूर्व शिक्षा मंत्री जिला पंचायत की साधारण सभा में आरोप लगते हुए कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री ने स्व सहायता समूहों के माध्यम से गणवेश सिलवा कर स्कूली बच्चों को बांटने के लिए खंडवा जिले को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना था। जिसके तहत स्व सहायता समूहों को 80 फीसदी राशि का भुगतान भी कर दिया गया लेकिन जिले की किसी भी स्कुल में बच्चों को गणवेश नहीं मिली। जिसके बाद पूर्व मंत्री और जिला पंचायत सदस्य के बीच तीखी बहस हो गई। विधायक विजय शाह ने तैश में आकर जिला पंचायत सदस्य को चुप करते हुए कहा की वे सीधे उनका नाम लें।
स्कूल शिक्षा मंत्री रहते हुए विजय शाह ने स्व सहायता समूह के माध्यम से सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को ड्रेस उपलब्ध कराने की योजना बनाई थी जिस के चलते खंडवा जिले को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया था। काग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य रणधीर कैथवास का आरोप है कि तत्कालीन शिक्षा मंत्री विजय शाह ने बिना टेंडर और विज्ञापन प्रक्रिया का पालन करते हुए यह काम अपने चहेते लोगों को दिलवाया । इन लोगों ने स्व सहायता समूह पर दबाव बनवा कर स्कूलों में ड्रेस वितरण का कार्य किया लेकिन कई स्कूलों में भुगतान होने के बावजूद भी बच्चों को स्कूली ड्रेस नहीं मिल पाई।
जिला पंचायत सदस्य रणधीर कैथवास ने आरोप लगाया कि आज भी कई स्कूलों के बच्चों को गणवेश नहीं मिली वह रंगीन ड्रेस में स्कूल आ रहे है । कैथवास ने इस मामले की जांच करवाने और स्थानीय विधायक के माध्यम से विधानसभा में प्रशन उठाए जाने की बात कही ।जिला पंचायत की साधारण सभा में जब कैथवास ने ये बात उठाई तो पूर्व शिक्षा मंत्री और वर्तमान विधायक विजय शाह तैश में आ गए उन्हें ने जिला पंचायत सदस्य को चुप करते हुए कहा की वे सीधे उनका नाम लें।
इधर जब पूर्व मंत्री विजय शाह से मीडिया ने इस मामले पर बात करना चाही तो उन्होंने कहा कि वे जब स्कूल शिक्षा मंत्री थे तब स्वसहायता समूह के माध्यम से गणवेश बनाने का पायलट प्रोजेक्ट बनाया था और अब हमारी सरकार नही है जिसको जांच करवाना करवा लें ।
वही जिला पंचायत अधिकारीरोशन सिंह की माने तो बैठक में एक सदस्य ने गणवेश का मुद्दा उठाया गया । मामले को संज्ञान में लिया गया है जांच करवाकर उचित कार्यवाही करवाई जाएगी। गौरतलब हैं की मंत्री रहते हुए विजय शाह पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं जिसकी वजह से वे अक्सर सुर्खियों में बने रहे हैं