भारत की स्टार खिलाड़ी और ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु ने रचा इतिहास। 24 वर्षीय सिंधु वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।
स्विट्जर्लैंड के बसेल में रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में सिंधु ने अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-7, 21-7 से हराया।
सिंधु ने इसी के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप का अपना पांचवां मेडल भी जीता। सिंधु लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का फाइनल खेल रही थीं। उन्हें पिछले दोनों बार के फाइनल में रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
लेकिन इस बाद सिंधु ने 2017 की वर्ल्ड चैंपियन नोकोमी ओकुहारा पर शुरू से ही दबाव बनाए रखा और एकतरफा मुकाबले में रौंद दिया।
सिंधु ने इससे पहले 2013 और 2014 में कांस्य पदक और 2017 और 2018 में रजत पदक जीता था। लेकिन वो पिछले दो बार से स्वर्ण पदक से चूक जा रही थीं।
मगर इस बार उन्होंने पूरी तैयारी के साथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में कदम रखा और क्वार्टरफाइनल में जहां पूर्व वर्ल्ड चैंपियन ताई जू यिंग को हराया वहीं सेमीफाइनल में मात्र 40 मिनट में अपनी चीनी प्रतिद्वंदी शेन यू फेई को हराया था।
अब पीवी सिंधु भारत के बैडमिंटन इतिहास की पहली ऐसी खिलाड़ी बन गई हैं जिसने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।